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ऊंची उड़ान भरने और असाधारण काम करने के लिये तैयार रहें
ऊंची उड़ान भरने और असाधारण काम करने के लिये तैयार रहें
चौहान ने किया "स्कूल चलें हम अभियान" का शुभारंभअजय वर्मामुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों का आव्हान किया है कि ऊंची उड़ान भरने और असाधारण काम करने के लिये तैयार रहें। उन्होंने कहा कि विकसित मध्यप्रदेश के लिये शिक्षित होना जरूरी है। श्री चौहान आज यहाँ लाल परेड ग्राउंड में प्रदेशव्यापी 'स्कूल चलें हम अभियान' का शुभारंभ कर रहे थे। उन्होंने 12वीं कक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लेपटॉप खरीदने के लिये प्रत्येक को 25-25 हजार रूपये की राशि का ड्राफ्ट प्रदान किया। श्री चौहान ने कहा कि शिक्षा से ही समृद्ध और विकसित मध्यप्रदेश बनेगा। उन्होंने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि वे खूब पढ़ाई करें और आगे बढ़े। पढ़ाई के खर्च की चिंता छोड़ दें। खर्च सरकार उठायेगी। उन्होंने विद्यार्थियों को संकल्प दिलाया कि वे अपने पास-पड़ोस के बच्चों को भी स्कूल भिजवायें और उन्हें पढ़ने की प्रेरणा दें।श्री चौहान ने कहा कि युवाओं की रचनात्मक शक्ति से ही देश और प्रदेश बढ़ेगा। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे देश और प्रदेश को बनाने का संकल्प लें। धन के अभाव में किसी को पढ़ाई में पिछड़ने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षित मध्यप्रदेश बनाने की जिम्मेदारी केवल सरकार की ही नहीं पूरे समाज की है। अकेले सरकार यह काम नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि शिक्षित मध्यप्रदेश बनाने के लिये और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने के लिये अपने आपसी मतभेदों को छोड़कर सभी को मिलकर प्रयास करना पड़ेंगे। राज्य सरकार ने कई अभिनव योजनायें शुरू की हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा है कि अपनी क्षमता पहचाने और समाज के निर्माण में लग जायें। नौकरी मांगने वाले नहीं नौकरी देने वाले बनें।मुख्यमंत्री ने अभिभावकों का आव्हान किया है कि वे बच्चों को संस्कारवान बनायें ताकि वे सभ्य समाज के निर्माण में सक्रिय रूप से अपना योगदान दे सकें। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विद्यालय उपहार योजना का भी शुभारंभ किया। इस योजना में व्यक्ति या संस्थाएं अपनी पसंद के विद्यालयों को शैक्षणिक सामग्री और अन्य जरूरी सामग्री उपहार स्वरूप दे सकेंगे।ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि अशिक्षा के अभिशाप से प्रदेश को मुक्त कराने के लिये प्रदेश की सरकार संकल्पित है। छात्रवृत्ति नि:शुल्क गणवेश, पुस्तकें, साइकिल और मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराई गई है। जरूरत है समाज को आगे आने और संकल्पित होने की। स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने बताया कि इस वर्ष 85 प्रतिशत से अधिक अंक वाले 10 हजार मेधावी बच्चों को पुरस्कृत किया जा रहा है । आदिम जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञानसिंह ने कहा कि सभी समाजों को आगे आकर प्रयास करने होंगे ताकि सभी बच्चे स्कूल जाएं।स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाना सबकी जिम्मेदारी है।
Other Source 2016/05/08

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