हैंडओवर की गई कॉलोनियों के हाल बेहाल
कोलार इलाके की 29 के करीब कॉलोनियों को नगर पालिका ने हैंडओवर तो कर लिया है, लेकिन उनमें से कई कॉलोनियों में न तो पहले विकास कार्य हुए हैं और न ही अब कराए जा रहे हैं। यही नहीं, कॉलोनी का मेंटेनेंस भी ठीक से नहीं हो रहा है। इसके चलते रहवासियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।यह सब नगर पालिका और बिल्डरों की मिली भगत का परिणाम है। उन्हें मामूली सुविधाओं के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। पॉश कॉलोनी दानिशकुंज व विनीतकुंज इसका ताजा उदाहरण हैं। दानिशकुंज के लोग तो यह कहने लगे हैं कि हैंडओवर होने के पहले ज्यादा बेहतर स्थिति थी। खास बात यह है कि एक व दो साल पहले हैंडओवर हुई कॉलोनियों की स्थित काफी दयनीय हो गई है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि बिना विकास के आखिर किस तरह से कॉलोनियों को हैंडओवर कराया जा रहा है। उनका मेंटेनेंस क्यों नहीं हो पा रहा है। क्यों सड़क के गड्ढे, सीवेज लाइन की मरम्मत, सफाई नहीं हो पा रही है। इन सब सवालों का जवाब नपा के जिम्मेदार अधिकारियों के पास कोई ठोस जवाब नहीं है। सीएमओ सत्येंद्र सिंह धाकरे का कहना है कि कॉलोनी में रहनेवालों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराना नपा की दायित्व है। इसलिए जो कॉलोनियां हैंडओवर हो गईं हैं, उनमें विकास कार्य कराने और उनके बेहतर मेंटेनेंस के लिए जल्द ही काम किया जाएगा। फिलहाल हैंडओवर कॉलोनियों की लिस्टिंग की गई है। उसके तहत 29 कॉलोनी हैंडओवर हो गई हैं।