कोटवार का बेटा बन सकता है कलेक्टर
सीनियर के सुझावों पर अमल करें कलेक्टर निशांत वरवड़े ने अधिकारीयों को निर्देश दिए कि वे सीनियर सिटीजन के सुझावों पर अमल करें।कलेक्टर ने कहा कि राजस्व प्रशासन की सबसे आखिर व महत्वपूर्ण कड़ी है कोटवार। उनको बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही उनके होनहार बच्चों के लिए वोकेशनल कोर्स व ट्यूशन की व्यवस्था दी जाए, तो वो भी कलेक्टर बन सकते हैं।कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यह बातें दो कार्यक्रमों में कहीं। कोलार में तहसील हुजूर द्वारा आयोजित एक कार्यशाला में कलेक्टर ने कोटवारों की समस्याएं हल करने के निर्देश दिए। इस दौरान सम्बोधित करते हुए एसडीएम माया अवस्थी ने कहा कि हमारे कोटवार हमारी आंख, कॉन और हाथ होते हैं।उनकी समस्याएं सुनने और उनके सुझाव पर विचार करना कार्यक्रम का उद्देश्य है। तहसीलदार आकाश श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यक्रम के बाद जिले में कार्यरत सभी 212 कोटवारों का एक निजी अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। उनके हेल्थ कार्ड बनवाए गए।सीनियर सिटीजन के सुझावों पर अमल करेंसीनियर सिटीजन के सुझावों पर अमल करें। कलेक्टर निशांत वरवडे ने आज कलेक्ट्रेट में माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम के तहत आयोजित जिला स्तरीय बैठक में अधिकारियों को यह निर्देश दिये।वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल और सुरक्षा के लिये अधिनियम में किये गये प्रावधानों की जानकारी देने के लिये फ्रेम किये हुये पोस्टर हर थाने में लगाने के निर्देश देते हुये उन्होंने कहा कि थाना स्तर पर समितियों के गठन और वृद्वाश्रमों के प्रशासन, वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिये कार्य कर रहे विभिन्न एन जी ओ के बीच समन्वय के क्षेत्र में प्रभावी पहल करें। अधिनियम के तहत बनाये गये अधिकरणों के कार्यो का सतत मूल्यांकन हो । एस डी एम ,सी एस पी संबंधित थाना क्षेत्र में इसे सुनिश्चित करेंगे ।बैठक में विभिन्न सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों पर अमल की बात कही गई। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे वृद्वाश्रमों से सम्पर्क बनाये रखें और समय समय पर वहां जाकर सुविधाओं और समस्याओं के निराकरण के संबंध में समस्याओं का निराकरण त्वरित करें। बैरागढ़ क्षेत्र में शौचालय और पार्क की समस्याओं को ध्यान में लाये जाने पर एस डी एम बैरागढ़ को तुरंत भ्रमण कर कार्रवाई के निर्देश दिये गये ।