मुख्यमंत्री निवास पर मना क्षमावाणी पर्व
आचार्य विद्यासागर जी महाराज द्वारा लिखित मूक-माटी के अंश पाठयक्रम में शामिल होंगे सर्वधर्म समभाव की परम्परा को आगे बढ़ाते हुये आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास में क्षमावाणी पर्व मनाया गया। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस पर्व पर समाज से बेटियों को बचाने और युवा पीढ़ी को व्यसन मुक्त करने का संकल्प लेने का आव्हान किया। उन्होंने पुन: कहा कि बेटी है तो दुनिया है। इस गरिमामय समारोह में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और केन्द्रीय रसायन तथा उर्वरक मंत्री अनंत कुमार विशेष रूप से मौजूद थे।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वीर ही क्षमा मांग सकते हैं और दे सकते हैं। क्षमा करने वाला और देने वाला ही जैन है। सबको सच्चा और अच्छा जैन बनने की कोशिश करना चाहिये। श्री चौहान ने अपने संबोधन में आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज का विशेष उल्लेख करते हुये घोषणा की कि उनके द्वारा लिखित ग्रंथ मूक-माटी के प्रमुख अंश हिन्दी विश्वविद्यालय के उच्च शिक्षा पाठयक्रम में शामिल किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी प्रेरणा से मध्यप्रदेश में गौ-संवर्धन के कार्य चल रहे हैं। प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि आगामी पाँच वर्ष में 50 हजार माता-बहनों को एक लाख गाय दी जायेंगी। गाय आजीविका का श्रेष्ठ साधन बन सकती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बच्चों को नशामुक्त करने और व्यसन से बचाने के लिये प्रदेश में तम्बाखू-गुटखा की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने कहा कि अहिंसा परम धर्म है। सबको जीने दो। केवल मनुष्य मात्र नहीं जलचर, थलचर, नभचर, कीट, पतंगे सबको जीने का हक है। उन्होंने कहा कि गाय को बचाने का संकल्प लें।विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री निवास सर्वधर्म समभाव का प्रतीक बन गया है। इस निवास का सभा मंडप वह जगह है, जहाँ सभी धर्मों के त्यौहार मनाये जाते हैं। उन्होंने कहा कि जिसे सजा देने का अधिकार है, ऐसा बड़ा और क्षमतावान क्षमा माँगे वही उत्तम क्षमा है।केन्द्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री अनंत कुमार ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री चौहान की विनम्रता, सरलता, सहजता और कर्मठता का उल्लेख करते हुये कहा कि वे हर दिन प्रदेश सेवा में लगे हैं। विनम्रता से जिस तरह वे क्षमा मांगते हैं, वे जैन हैं। उन्होंने कहा कि जब तक रहूँगा मध्यप्रदेश की सेवा करूँगा।कार्यक्रम के प्रारंभ में सुधा मलैया ने मंगलाचरण प्रस्तुत करते हुये क्षमा पर्व के महत्व का उल्लेख किया। कार्यक्रम में सिख धर्मगुरू ज्ञानी दिलीप सिंह, बौद्ध धर्म गुरू भन्ते जी, पूर्व मुख्यमंत्री द्वय श्री सुन्दरलाल पटवा तथा श्री कैलाश जोशी, मंत्री सर्वश्री जयंत मलैया, डॉ. नरोत्तम मिश्रा, डॉ. गौरीशंकर शेजवार, श्री रामपाल सिंह, राज्य मंत्री सर्वश्री सुरेन्द्र पटवा, शरद जैन, दीपक जोशी, अरविन्द मेनन, बाबूलाल जैन, सांसद श्री आलोक संजर, विधायक सर्व श्री सुरेन्द्र नाथ सिंह, विष्णु खत्री, विश्वास सारंग, अनिल जैन सहित श्री आलोक शर्मा, श्री बृजेश लूणावत तथा बड़ी संख्या में जैन धर्मानुयायी उपस्थित थे।