कोलार बनेगा आदर्श उपनगर ,150 करोड़ का पैकेज मिलेगा
एसडीएम कार्यालय खोलने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देशकोलार इलाके के नगर निगम में विलय के साथ ही यहां विकास को लेकर शासन गंभीर हो गया है। कोलार में सीवेज और पानी की समस्या दूर होगी। इसके साथ ही यहां नई सड़कें भी बनेंगी। कोलार में पानी समस्या दूर करने ठोस योजना नहीं होने पर कलेक्टर और निगमायुक्त को मुख्यमंत्री की नाराजगी का सामना भी करना पड़ा। सीएम ने अफसरों से कोलार को आदर्श उपनगर बनाने को कहा है। इसके लिए जल्द ही खाका तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कलियासोत नदी के किनारे ग्रीन बेल्ट बनाने और साफ-सफाई करने को कहा है।कोलार विकास को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त के साथ मंत्रालय में बैठक की। इसमें भोपाल विजन प्लान बनाने के भी निर्देश अफसरों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने अफसरों से सबसे कोलार में कोलार पानी समस्या हल करने के संबंध में बनी कार्य योजना के बारे में जानना चाहा। इस पर दोनों अधिकारियों ने बताया कि पाइप लाइन के माध्यम से पानी सप्लाई के लिए क्षेत्र में टेंडर जारी कर दिए गए हैं। लेकिन एसडीएम ने तकनीकी कारणों से इस पर रोक लगा दी है। इसके चलते काम शुरू नहीं हो पा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए ठोस योजना बनाने को कहा। बैठक में बताया गया कि शासन कोलार विकास को लेकर 150 करोड़ रुपए का पैकेज तैयार करेगा। इससे विकास को गति मिलेगी।कोलार में सड़कों को लेकर नया प्लान भी बनाया जाएगा। इसमें मास्टर प्लान की सड़कों को भी शामिल किया जाएगा। साथ ही कॉलोनियों के भीतरी मार्ग भी व्यवस्थित होंगे। इस काम को नगर निगम कराएगा। इस संबंध में भी सीएम ने आदेश दिए हैं।कोलार के लोगों मूल निवासी, जाति और अन्य कार्यों के लिए कलेक्टोरेट के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। यहां एसडीएम कार्यालय खोला जाए। इसके साथ ही कोलार को तहसील बनाने पर भी चर्चा की गई। इसका प्रस्ताव कलेक्टर ने शासन को भेजा है। इसके साथ ही हाट बाजारों को पक्का करने को भी कहा है। क्षेत्र में आबादी के अनुसार करीब एक दर्जन सुलभ शौचालय बनाने को कहा गया है।बैठक में कलियासोत नदी के किनारों पर हो रहे अतिक्रमण और गंदगी पर चिंता चाहिर की गई। मुख्यमंत्री चौहान के विशेष कार्य योजना बनाकर नदी की सफाई करने और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही नदी के दोनों तरफ सौंदर्यीकरण करने को कहा है।बैठक में फैसला लिया गया कि कोलार में केवल ही मुख्यमार्ग हैं। बढ़ती आबादी के अनुसार यह मार्ग अब संकरा होने लगा है। जिसके कारण मार्ग पर बार-बार जाम की स्थिति बनती है। इसके चलते क्षेत्र में दो समानांतर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। ताकी लोगों को आवाजाही में दिक्कत न हो।बैठक में कोलार को मेट्रो परियोजना से जोड़ने पर भी सहमति बन गई है। इसके लिए यहां का सर्वे कराकर क्षेत्र को मेट्रो की डीपीआर में शामिल किया जाएगा। इसके लिए मेट्रो रेल की योजना के प्रस्तावित मार्ग में संसोधन किया जाएगा।कोलार में अब कई योजनाएं काम करेंगी । यूआईडीएसएसएमटी योजना के तहत 52.10 करोड़ रुपए पेयजल योजना के लिए ,यूआईडीएसएसएमटी योजना के तहत 42 करोड़ रुपए की लागत से सीवेज लाइन,ग्रामीण क्षेत्रों में भवन अनुज्ञा का प्रावधान,बीआरटीएस और सार्वजनिक यातायात की सुविधा मिलेगी ,ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विकास होगा ,गांवों में जमीनों की कीमतें बढ़ेंगी ,ग्रामीण क्षेत्रों का सुनियोजित विकास होगा।