फुटपाथ पर दुकानें सड़क पर लोग
कोलार के पास स्वर्ण जयंती पार्क में जाने वालों की सुविधा के लिए बनाए गए फुटपाथ पर केविन ब्लॉक लगे कुछ महीने ही हुए हैं और उस पर अतिक्रमण हो गया है। उस पर फल-सब्जी की दुकानें लगने लगी हैं। इस कारण शाम होते ही एमपी नगर, मनीषा मार्केट की तरफ से कोलार आने वाले वाहन चालक व राहगीरों को परेशानी हो रही है। वो शाहपुरा से चूनाभट्टी चौराहे की तरफ बढ़ते हैं, उनको जाम का सामना करके गुजरना पड़ता है। वजह है फुटपाथ पर दुकानें लगी होती हैं। उन दुकानों के पास सब्जी-भाजी और फल खरीदने वालों की भीड़ जमा होती है। फुटपाथ पर चलने वाले राहगीर सड़क पर चल रहे होते हैं। इतनी भीड़-भाड़ हो जाती है कि वाहन रेंगने को मजबूर हो जाते हैं। चूनाभट्टी चौराहे का यह नजारा आम हो गया है। मगर खास बात यह है कि इस समस्या के समाधान के लिए न तो ट्रैफिक पुलिस ने अब तक कोई पहल की है और न ही नगर निगम ने कोई कदम उठाए हैं। लोगों का कहना है कि शाम को पांच बजे के बाद चूनाभट्टी चौहारा किसी सब्जी मंडी या गांव के किसी हाट बाजार में तब्दील हो जाता है। वहां से वाहन निकालना मुश्किल हो जाता है। यह स्थिति होती है कि नजर हटते ही वाहन टकरा सकता है। शासन-प्रशासन को इस समस्या का समाधान करने के लिए कारगर कदम उठाने चाहिए। कोलार से सटे चूनाभट्टी चौराहे से शाहपुरा के बीच जिस हिस्से में फुटपाथ पर दुकानें लग रही हैं, वहां से निगम ने अब तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की है। हालांकि निगम प्रशासन ने चूनाभट्टी चौराहे से कुछ दूरी पर स्थित मां काली मंदिर के आसपास जरूर सड़क किनारे लगने वाली उन दुकानों के खिलाफ अतिक्रमण के तहत कार्रवाई की है, लेकिन उसके कुछ समय बाद ही वहां पर फिर से दुकानें लगने लगीं। स्वर्ण जयंती पार्क नगर निगम सीमा में हैं और राजधानी परिजयाना प्रशासन के वन मंडल के अंतर्गत आता है। पार्क के पास चूनाभट्टी चौराहा है। जहां पर पुलिस की चौकी स्थित है। उसमें ट्रैफिक पाइंट होता है। मगर तीनों ही एजेंसी के अधिकारी-कर्मचारी इस मामले में आंख बंद करके बैठे हुए हैं। किसी ने भी फुटपाथ को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए कभी गंभीरता से प्रयास नहीं किए हैं। यही वजह है कि अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है और राहगीरों व पार्क में जाने वालों को असुविधा हो रही है। पार्क के समानांतर फुटपाथ पर लग रही दुकानों के कारण राहगीरों को तकलीफ होने और ट्रैफिक प्रभावित होने की बात को दुकान लगाने वाले भी मानते हैं। मगर रोजगार की मजबूरी का हवाला देते हैं। उनका कहना है कि फल-सब्जी, बेल्ट, चश्मे और हेलमेट की जो दुकानें उनके द्वारा लगाई जा रही हैं, वो स्थाई नहीं हैं, बल्कि अस्थाई रूप से लगाई जाती हैं। यदि वे यहां पर दुकान नहीं लगाएंगे, तो बेरोजगार हो जाएंगे। इसलिए प्रशासन चाहे तो अतिक्रमण कहकर हटा दे या फिर रोड के पास कोई स्थाई निर्धारित कर दे। महाबली नगर में रहने वाले विजयशंकर दीक्षित ने बताया कि स्वर्ण जयंती पार्क के समानांतर केविन ब्लॉक लगाकर जो फुटपाथ बनाया गया है, वो जॉगिंग करने वालों, पार्क में सैर के लिए जाने वालों के लिए है न कि दुकानें लगाने के लिए। मगर लोगों को समझ ही नहीं आता है। ऐसा ही कुछ कहते हैं अनुपम हॉस्पिटल के डॉ धीरज शुकला ,उनका कहना है पूरे कोलार रोड के फुटपाथों पर जिसे जहाँ जगह मिली उसने कारोबार शुरू कर दिया है , स्वर्णजयंती पार्क के सर्वधर्म पुल वाले हिस्से से लेकर शाहपुरा की ढलान पर स्थित मंदिर तक दुकानें लगती हैं। चूनाभट्टी चौराहे पर तो सड़क तक सामान फैला रहता है। इससे लोग सड़क पर चलते हैं। जबकि सामने ही पुलिस चौकी है।