लेटलतीफी में कलियासोत पर तीसरा पुल तैयार
कोलार को मिसरोद से जोड़ने के लिए कलियासोत नदी पर तीसरा सलैया पुल भी बनकर तैयार हो गया है। लेकिन एप्रोच रोड नहीं बनने से 20 करोड़ रुपए का यह ब्रिज बेकार है। इस पर ट्रैफिक शुरु नहीं हो पा रहा है। ब्रिज को अप्रैल में शुरू हो जाना था, लेकिन लेटलतीफी के कारण ब्रिज की डेड लाइन 1 अगस्त तय कर दी गई। 11 अगस्त तक यहां एप्रोच रोड नहीं बन पाया है।इसके कारण अब निर्माण की नई डेड लाइन 31 अगस्त हो गई है। लेकिन नई डेड लाइन में भी ब्रिज के चालू होने की संभावना कम है। क्योंकि एप्रोच बनने के बाद ब्रिज की टेस्टिंग होगी। इसके तहत ब्रिज से हेवी लोड के ट्रक व डंपर गुजारे जाएंगे। इसके बाद ब्रिज को आम लोगों के लिए खोला जाएगा। नियमानुसार टेस्टिंग 15 दिन चलती है। यदि चार दिन में एप्रोच रोड तैयार हो जाती है तो पांचवे दिन से टेस्टिंग चालू हो जाएगी। लेकिन ऐसा संभव नहीं है। एप्रोज रोड नहीं होने के कारण पीडब्ल्यूडी ने कोलार-मिसरोद फोरलेन पर सलैया ब्रिज को अभी आवागमन के लिए नहीं खोला है। इस ब्रिज के चालू होने से कोलार क्षेत्र की करीब 3 लाख 50 हजार की आबादी को फायदा होगा।पुल चालू होने से राजहर्ष, विनीत कुंज, फाइन एवेन्यू, बंजारी, बीमाकुंज, साई विहार, ललिता नगर, नयापुरा, श्रीराम कॉलोनी, मिसरोद, जाटखेड़ी, छान, मिसरोद फेज वन व टू,सनखेड़ी ,बावड़िया कलां, आकृति ईको सिटी, रुद्राक्ष पार्क आदि कॉलोनियों के लोग बावड़ियाकलां व मिसरोद जाने के लिए पुल का इस्तमाल कर सकेंगे। गुलमोहर और बावड़िया क्षेत्र से मिसरोद की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर कम हो जाएगी।कोलार रोड से होशंगाबाद रोड को जोड़ने वाले सलैया फोरलेन ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है। इस पर एक अगस्त से टैफिक शुरू हो दौड़ने लगा है। इसके बन जाने से कोलार से मिसरोद की दूरी 15 किमी से घटकर करीब 7 किमी रह जाएगी। अभी तक कोलार के रहवासियों मिसरोद जाने के लिए चूनाभट्टी, शाहपुरा, हबीबगंज अंडर ब्रिज होते हुए जाना पड़ता था। अब सीधे कोलार से सलैया होते हुए मिसरोद को फोरलेन सड़क ने जोड़ दिया है।