महिला पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन का उदघाटन
महिला पंच-सरपंचों ने भी रखे अपने अनुभवबेहतर बदलाव के लिए काम कर रही महिला पंच-सरपंच मंत्री श्रीमती मायासिंह ''पंचायत में चुनी हुई महिलाएँ बेहतर काम कर रही है। उनके कामों से समाज में बदलाव आ रहा हैं।'' यह बात महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कही। श्रीमती सिंह द हंगर प्रोजेक्ट के दो दिवसीय महिला पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन का उदघाटन कर रही थी। मंत्री श्रीमती सिंह ने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और जेण्डर बजट के बारे में भी बताया।स्वीडिश एम्बेसी के मिनिस्टर-काउंसलर एण्ड डिप्यूटी हेड श्री डेनियल वोलवेन ने कहा कि भारत को नई ऊँचाइयाँ देने में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। द हंगर प्रोजेक्ट की वाईस प्रेसीडेंट एवं कंट्री डायरेक्टर रीता सरीन ने महिला पंच-सरपंचों के अनुभव सुने और उनका हौसला बढ़ाया।स्वीडिश एम्बेसी के प्रथम सचिव श्री मॉर्कोस ने महिला पंच-सरपंचों के कार्यों की सराहना की। कटनी जिले की ग्राम पंचायत सकरीगढ़ की सरंपच मगनीबाई ने पूरी पंचायत को खुले में शौच से मुक्त करने के बारे में बताया। सम्मेलन में प्रदेश के 8 जिलों की 300 महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया।प्रथम दिन 'महिला पंच-सरपंचों के कार्यों और चुनौतियाँ' सत्र में महिला हिंसा और पंचायत को उससे मुक्त करने के लिए प्रभावी कानूनों पर पैनल चर्चा हुई। महिला पंच-सरंपचों की भूमिका को प्रभावी बनाने तथा चुनौतियों से जूझने के उपायों पर केन्द्रित विभिन्न सत्र के साथ बुधवार को सम्मेलन का समापन होगा।