10 से 12 फीसदी बढ़ेगा रजिस्ट्री रेट
भोपाल जिले की वर्ष 2016-17 की प्रस्तावित कलेक्टर गाइडलाइन तैयार करने के लिए उप जिला मूल्यांकन समिति की पहली बैठक हो रही है। इसके लिए सब रजिस्ट्रार सहित सभी वृत्तों के एसडीएम व नगर निगम, बीडीए, हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों की जमीनों की जानकारी को खंगाला है। साथ ही अपने हिसाब से इन्होंने जमीनों के रेट बढ़ाने अथवा घटाने को लेकर एक कच्ची रिपोर्ट बनाई है। नई कॉलोनियों में रजिस्ट्रियां 10 से 20 फीसदी महंगी हो सकती है वहीं पुराने क्षेत्रों में रेट यथावत रखे जाने की कवायद चल रही है।एसडीएम के निर्देश पर शहर के पटवारी और आरआई ने भी शहर के नए क्षेत्रों खासकर जिले की सीमाओं में तेजी से बन रही नई कालोनियों में बिकने वाले मकानों और प्लॉटों की कीमतों की समीक्षा की है। इसको बैठक में रखा जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि ग्रामीण क्षेत्र खासकर जो अभी नगर निगम सीमा में शामिल हुए हैं, उन स्थानों में बन रही कॉलोनियों के रेट 10 से 20 प्रतिशत तक बढ़ाने की अनुशंसा की जा सकती है।हालांकि प्रशासन का दावा है कि इस बार वे जमीनों के रेट ज्यादा नहीं बढ़ने देंगे। समिति की अध्यक्ष माया अवस्थी ने बताया प्रस्तावित कलेक्टर गाइडलाइन के लिए जमीनों के प्रस्ताव देने तीन दिन के भीतर सर्वे करने को कहा गया था। उन्होंने अपना काम पूरा कर लिया है। पटवारी और आरआई ने भी पंपलेट्स, ब्रोशर व विज्ञापनों के माध्यम से नई कॉलोनियों व पुरानी कालोनियों के बिकी जमीनों के रेट लेकर एक रिपोर्ट तैयार की है।कलेक्टर निशांत वरवड़े ने गत शनिवार उप जिला मूल्यांकन समिति को निर्देश जारी कर साफ कहा है कि वह प्रस्ताविक कलेक्टर गाइडलाइन, जिला मूल्यांकन समिति को 12 फरवरी तक हर हाल में उपलब्ध कराएं। ऐसे में एसडीएम माया अवस्थी के प्रयास हैं कि वे अब उप जिला मूल्यांकन