कोलार के मरीज के लिए हमीदिया में नहीं मिली सुविधा
कोलार के रहने वाले शिवम प्रताप सिंह का बावड़िया कला फाटक पर 2 मार्च को एक मालगाड़ी की चपेट में आने से पैर कट गया। उन्हें निजी वाहन से रात को हमीदिया अस्पताल ले जाया गया। ट्रॉमा यूनिट में डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। इस दौरान उन्हें पल्स ऑक्सीमीटर भी लगाया जाना था, लेकिन यहां पर कोई उपकरण नहीं था।समाज सेवी बीपी सराठे के आंदोलन के बाद अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में 23 फरवरी को ट्रॉमा यूनिट शुरू कर दी। यूनिट का बोर्ड लगाया और इमरजेंसी से यहां पर वेंटीलेटर, सक्शन मशीन व पल्स ऑक्सीमटर रखा गया। इसका उद्घाटन कमिश्नर चिकित्सा शिक्षा डॉ. जीएस पटेल ने किया। यूनिट शुरू हुए 10 दिन भी नहीं हुए कि सभी उपकरण यहां से हटा दिए गए हैं। ये सभी उपकरण इमरजेंसी के हैं। इमरजेंसी में 10 बिस्तरों का वार्ड है, इसलिए वेंटीलेटर, सक्शन मशीन व पल्स ऑक्सीमीटर कैज्युअल्टी ने ले लिया। अब ट्रॉमा यूनिट में सिर्फ 8 बेड बचे हैं। यूनिट में पूरे समय एक नर्स की ड्यूटी लगी है। इसके अलावा सर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स व ईएनटी के एक-एक जूनियर डॉक्टर की 24 घंटे ड्यूटी रहती है। इसके बाद भी उपकरण नहीं होने से गंभीर मरीजों को ट्रॉमा यूनिट में भर्ती नहीं किया जा रहा। उन्हें वार्ड में रैफर कर दिया जाता है।यह होना चाहिए --वेंटीलेटर, सीटी स्कैन, अल्ट्रा सोनोग्राफी, ईको, कलर डॉप्लर, मल्टी पैरामॉनीटर और जरूरी दवाएं,पोर्टेबल एक्स-रे, ताकि मरीज को एक्स-रे के लिए कहीं न ले जाना पड़े, इंफ्यूजन पंप, जिससे दवाओं की तय मात्रा ही शरीर में जाए, एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट व एडवांस ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट में ट्रेंड डॉक्टर, नर्स व पैरामेडिकल स्टाफयह है हकीकत--यूनिट में आठ बेड हैं। सीटी स्कैन मशीन और माइनर ओटी नहीं है।इमरजेंसी में एक्स-रे की सुविधा 24 घंटे नहीं है। गंभीर मरीजों को 200 मीटर दूर कमला नेहरू अस्पताल ले जाया जाता है।क्रिटिकल केयर के संबंध में स्टाफ की ट्रेनिंग नहीं है।पूरे अस्पताल में 37 वेंटीलेटर हैं, पर ट्रॉमा यूनिट में एक भी नहीं है।हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. डीके पाल कहते हैं पुरानी बिल्डंग में इमरजेंसी में जगह ही नहीं है, जिससे सुविधाओं में विस्तार नहीं हो पा रहा है। हमीदिया में बन रही 2000 बिस्तर की नई बिल्डंग में इमरजेंसी व ट्रॉमा यूनिट का प्रावधान है।ट्रामा यूनिट प्रभारी डॉ. दीपक मरावी ने बताया ट्रॉमा यूनिट के लिए खरीद रहे अलग उपकरण ,ट्रॉमा यूनिट को लेकर डीन के साथ को बैठक है। यूनिट के लिए कुछ बजट मिला है, इससे यूनिट के लिए अलग उपकरण खरीदे जाएंगे। डॉक्टर्स व स्टाफ नर्स की ट्रेनिंग भी कराई जाएगी। सक्शन मशीन, वेंटीलेटर व मॉनीटर इमरजेंसी से कुछ दिन के लिए मिले थे, जिसे उन्होंने वापस ले लिया है।