कोलार में 70 फीसदी आबादी पानी के लिए टैंकरों पर निर्भर
कोलार की करीब 70 प्रतिशत आबादी 25 सालों से टैंकरों पर निर्भर है। यहां हालात सुधरने की बजाय और बिगड़ते जा रहे हैं। रहवासियों को हर माह आधी सैलरी टैंकरों पर खर्च करना पड़ रही है। कोलार क्षेत्र में कुल 18 टैंकर हैं जो कॉलोनियों और झुग्गी बस्तियों में जलप्रदाय करते हैं। 18 टैंकरों पर दो लाख आबादी का भार है। इस लिहाज से टैंकरों की संख्या काफी कम है। अभी 13 टैंकर बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है।3 दिन से बोर्ड कालोनी में नहीं आया पानीभोपाल। वाटर सप्लाई की मोटर जलने के कारण रविशंकर नगर की बोर्ड कालोनी में तीन दिन से पानी नहीं आया है और रहवासी परेशान हो रहे हैं। वार्ड 46 के पार्षद योगेन्द्र सिंह चौहान का कहना है कि इस कालोनी की वाटर सप्लाई का काम माध्यमिक शिक्षा मंडल स्वयं करता है। उसकी मोटर जल जाने के कारण यहां पर तीन दिन से पानी नहीं आया है।कोलार क्षेत्र में पानी के नाम पर किस कदर लूट मची हुई है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रायवेट टैंकर संचालक प्रति टैंकर के 500 से 700 रुपए तक वसूल रहे हैं। इसमें भी ग्रांउड फ्लोर,टॉप फ्लोर के दाम अलग हैं। गर्मी के सीजन में टैंकर का धंधा जमकर फलता-फूलता है और इनके लिए कोई नियम भी नहीं है।एमआईसी सदस्य भूपेंन्द्र माली जो खुद कोलार इलाके के पार्षद हैं कहते हैं -ननि में 18 टैंकर संचालित हैं , 13 टैंकरों की और मांग की गई है। एमआईसी परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा।