छतरपुर। प्रदेश में 7 साल बाद स्कूलों में शिक्षकों की कमी की पूर्ति के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरु हो गई है। यह बात अलग है कि जो भर्तियां की जा रही हैं वे अभी भी रिक्तियों से काफी कम हैं। अतिथि शिक्षकों की तैनाती की संख्या के एक तिहाई पदों को भरा जा रहा है लेकिन बेरोजगार नौजवानों के लिए यह खुशी का पल है क्योंकि पिछले 7 वर्षों से शिक्षक बनने की तैयारी करने वाले युवाओं को भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिल रहा है।
बीते दिनों पदों की जो संभावित संख्या जारी की गई उसमें 15 हजार पद उच्च माध्यमिक शिक्षकों के और 5670 पद माध्यमिक शिक्षकों के हैं। भर्ती शुरू होने से युवाओं में एक नई चेतना आ गई है। युवाओं का कहना है कि सरकारों के फेरबदल से भर्तियों का स्वरूप भी बदल गया है। 2011 में पात्रता परीक्षा आयोजित की गई थी इसके बाद 2013 में स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए प्रक्रिया पूरी की गई। भाजपा सरकार में ही परीक्षा प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन अंजाम तक नहीं पहुंच पायी थी। सरकार बदलने के एक साल बाद माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के पदों को भरा जा रहा है। हालांकि अभी प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी हुआ है।
यह है भरे जाने वाले पदों की संख्या
वैसे तो प्रदेश में वर्तमान शिक्षा सत्र में 66846 अतिथि शिक्षकों को विभिन्न स्कूलों में खाली पदों के खिलाफ पदस्थ किया गया है लेकिन भर्ती सिर्फ 20 हजार पदों की हो रही है। माध्यमिक शिक्षकों के प्रदेश में कुल 5670 पद भरे जा रहे हैं जिसमें से सागर संभाग के खाते में 1019 पद आए हैं। सबसे ज्यादा पद अंग्रेजी भाषा के हैं। प्रदेश में अंग्रेजी के 3358 पद भरे जाएंगे जिसमें से सागर संभाग में 549 पद भरे जाने हैं। इसी तरह माध्यमिक शिक्षक हिन्दी के 100 पद, संस्कृत के 772 पद, उर्दू के 18, गणित के 1312, बॉयलॉजी के 50 तथा सामाजिक विज्ञान के 60 पद शामिल हैं। इन पदों में अतिथि शिक्षकों के लिए भी आरक्षण रखा गया है। सागर संभाग में कुल 1019 पदों में से 257 पद अतिथि शिक्षकों के लिए आवंटित किए गए हैं। इसी तरह उच्च माध्यमिक शिक्षक के कुल 15 हजार पदों में से 3762 पद अतिथि शिक्षकों के लिए रखे गए हैं। उच्च माध्यमिक शिक्षक हिन्दी के 1401 पद, अंग्रेजी के 2827 पद, संस्कृत के 1823, उर्दू के 70, गणित के 1800, जीव विज्ञान के 1699, भौतिक के 1001, रसायन शास्त्र के 700, इतिहास के 800, राजनीति विज्ञान के 900, भूगोल के 400, अर्थशास्त्र के 550, समाजशास्त्र के 160, वाणिज्य के 664, कृषि विज्ञान के 176 तथा गृह विज्ञान के 29 पदों को भरा जाना है।