भोपाल। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं की वजह से शनिवार को पूरे मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के नीचे चला गया। इंदौर संभाग के कुछ स्थानों को छोड़क़र पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है। राजधानी भोपाल में सीजन की सबसे सर्द रात रही। शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात 2011 के बाद दूसरी सबसे सर्द रात रही। राजधानी का न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन में भी कंपकंपी रही और प्रदेश के आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में ‘कोल्ड डे’ रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत में हुई बर्फबारी के बाद उत्तर-पूर्वी हवाओं की वजह से तापमान में इतनी गिरावट आई है। कई जिलों में ओस की बूंदें जम गईं। बैतूल, उमरिया, सिवनी, रायसेन में तेज शीत लहर और अन्य जिलों में शीत लहर रही। होशंगाबाद, श्योपुर, जबलपुर, नरसिंहपुर, रीवा में कोल्ड डे दर्ज किया गया। यहां अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस से कम था।
आगे कैसा रहेगा मौसम
मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के मुताबिक ईरान और आसपास के क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके असर से राजस्थान के पास एक-दो दिन में ऊपरी हवा का चक्रवात बनेगा। इस वजह से हवा के पैटर्न में बदलाव आएगा और दक्षिण-पश्चिम हवाएं चलेंगी। इससे तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होगी और कड़ाके की ठंड से राहत मिलेगी। दो दिन बाद ग्वालियर और चंबल क्षेत्रों में बूंदाबांदी भी हो सकती है।