भोपाल। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी-पीएससी) की राज्य सेवा एवं वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा रविवार, 12 जनवरी को आयोजित की जा रही है। यह परीक्षा प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में होगी। इसके लिए आयोग द्वारा पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की थी, लेकिन इस नियुक्ति को लेकर मचे बवाल के बाद पर्यवेक्षकों को बदल दिया गया है।
एमपी-पीएससी द्वारा राज्य सेवा एवं वन सेवा प्रारम्भिक परीक्षा के लिए 20 पर्यवेशकों की नियुक्ति की थी। इनमें सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस और न्यायिक सेवा के अधिकारी शामिल हैं। गुरुवार को सुब ही इसकी अधिसूचना जारी की गई थी। बताया जा रहा है कि प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं फर्जीवाड़े से जुड़े दो अधिकारियों को भी पर्यवेक्षक बना दिया गया था। इसके बाद प्रदेशभर में बबाल मच गया और एमपी-पीएससी पर सवाल उठने लगे कि व्यापमं फर्जीवाड़े में शामिल रहे अधिकारियों को पर्यवेक्षक कैसे नियुक्त कर दिया गया। बवाल मचने के बाद गुरुवार को देर रात पर्यवेक्षकों को बदलने की भी अधिसूचना जारी कर दी।
सचिव, एमपी-पीएसस की सचिव रेणु पंत के अनुसार, उज्जैन संभाग में परीक्षा के लिए सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी केसी जैन और ग्वालियर संभाग में अशोक कुमार शिवहरे को पर्यवेक्षक नियुक्ति किया गया था। व्हिसलब्लोअर डॉ. आनंद रॉय ने आरोप लगाया था कि व्यापमं में सीबीआई के आरोप पत्र में केसी जैन के पुत्र अनुराग जैन को आरोपित बनाया गया था, वहीं अशोक शिवहरे के सगे भाई आरके शिवहरे भी व्यापमं में दागी रहे हैं। इसकी शिकायत मिलने के बाद केसी जैन और अशोक शिवहरे को हटाकर उज्जैन संभाग के लिए एसपी सिंह और ग्वालियर क्षेत्र के लिए अखिलेंदु अरजरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
वहीं, राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में सर्दी के मौसम के मद्देनजर उम्मीदवारों को राहत मिल गई है। परीक्षा देने वाले छात्रों को परीक्षा के दौरान एक स्वेटर और जूते-मोजे पहनने की छूट रहेगी। दरअसल, एमपी-पीएससी की राज्य सेवा परीक्षा में अब तक न तो पूरी बांह के कपड़े पहनने की अनुमति थी, न ही जूते-मोजे, लेकिन प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की सर्दी को देखते हुए परीक्षार्थियों को गर्म पकड़े पहनने की छूट दे दी गई है। नियमों के हिसाब से उम्मीदवार सिर्फ काला पेन और प्रवेश पत्र लेकर ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर सकेंगे। उन्हें जूते-मोजे के अलावा कपड़ों के ऊपर एक ऊनी स्वेटर पहनने की छूट होगी। परीक्षा हॉल में स्कॉर्फ, टोपा या दस्ताने के साथ प्रवेश नहीं मिलेगा।