छतरपुर। शहर के हाईवे किनारे फुटपाथ की सुंदरता बढ़ाने और मुसाफिरों के बैठने के लिए नगर पालिका द्वारा लगभग एक साल पहले लाखों रुपये की लागत से रखवाईं गईं कुर्सियों पर दुकानदारों ने अपना कब्जा जमा लिया है। कुछ कुर्सियां रहस्यमय तरीके से गायब कर दी गई हैं तो वहीं कुछ कुर्सियों के आसपास खाने-पीने की दुकानें खोलकर इन्हें अपने निजी इस्तेमाल में ले लिया गया है। सरकारी सम्पत्ति के साथ किए जा रहे इस खिलवाड़ पर नगर पालिका का जरा भी ध्यान नहीं है।
कुर्सियों पर कब्जे का यह मामला चौबे तिराहे से लेकर पन्ना नाका तिराहे तक देखने को मिल रहा है। सबसे ज्यादा कब्जे नंबर वन स्कूल के समीप रविशंकर पार्क और आसपास के फुटपाथ पर सामने आए हैं। यहां दुकानदारों ने कुर्सियों के पास ही एक चाय की ठिलिया या खाने-पीने का सामान सजा लिया है और अपने ग्राहकों के बैठने के लिए नगर पालिका की कुर्सियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कई कुर्सियां तो ऐसी हैं जिन्हें जूतों के दुकानदारों ने अपनी दुकान की सामग्री से घेर दिया है जिससे वे अनुपयोगी हो गई हैं।
रविशंकर पार्क की दीवार तोड़ी, जाली ले गए चोर
सरकारी संपत्तियों के प्रति नगर पालिका की उदासीनता के कारण इनकी चोरी भी खूब हो रही है। शहर के सबसे सुंदर पार्कों में से एक रविशंकर पार्क की दीवारों को तोड़कर इनकी जालियां उखाड़ ली गई हैं। रविशंकर पार्क शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक एक के ठीक बगल में मौजूद है। फुटपाथ के दुकानदारों का सर्वाधिक कब्जा इसी जगह है। दुकानदारों ने पार्क को चारों तरफ से ढक दिया है जिससे यह अनुपयोगी हो गया है।
इनका कहना-
दुकानदारों को तीन दिन का अल्टीमेटम देकर इस इलाके से खदेडऩे की कार्यवाही की जाएगी। सरकारी संपत्तियों के नुकसान को रोका जाएगा।
अरूण पटैरिया, सीएमओ, नपा छतरपुर