भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान और हरियाणा पर प्रेरक चक्रवात बन गए हैं। इन सिस्टम की वजह से मप्र में मौसम का मिजाज बदल गया है। आसमान पर बादल छा गए हैं, साथ ही गरज-चमक के साथ बारिश के भी आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी उदय सरवटे ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में सक्रिय है। उसके प्रभाव से पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। इस सिस्टम के कारण दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और हरियाणा पर प्रेरक चक्रवात बन गए हैं। इस वजह से हवा का रुख बदलकर दक्षिणी हो गया है। मौसम केंद्र के वैज्ञानिकों का कहना है कि हवा के साथ बढ़े पैमाने पर नमी आने से प्रदेश में अनेक स्थानों पर बादल छा गए हैं। इससे गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बढ़ गई है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी उदय सरवटे के मुताबिक इस तरह की स्थिति गुरुवार शाम तक बनी रह सकती है। इसके बाद बादल छंटने लगेंगे और रात के तापमान में फिर से गिरावट होने लगेगी। इस वजह से लोगों को फिर कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ सकता है।
रतलाम क्षेत्र में पड़ी बौछारें
इसी क्रम में मंगलवार शाम को रतलाम में बौछारें पड़ीं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस तरह की स्थिति गुरुवार तक बनी रह सकती है। इसके बाद मौसम साफ होने लगेगा।