इंदौर। इंदौर के चिडिय़ाघर में कुछ दिनों पहले हुई हथिनी की मौत के बाद उसका साथी मोती डिप्रेशन में चला गया है, जिसके चलते मंगलवार को वह बेकाबू हो गया और गुस्से में उसने चिडिय़ाघर में स्थित अपने बाड़े की बनी दीवारों को तोड़ दिया। समय रहते चिडिय़ाघर प्रबंधन ने उसे नियंत्रित किया और उसका इलाज शुरू करवाया।
चिडिय़ाघर प्रभारी उत्तम यादव ने बताया कि यहां वर्षों से रह रही हथनी की पिछले दिनों मौत हो गई थी, तभी से उसका साथी मोती हाथी काफी गुस्से में रहता है। मंगलवार को उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया और उसने बेकाबू होकर चिडिय़ाघर में बने हाथी बाड़े को तहस-नहस कर दिया। इसकी जानकारी लगने के बाद चिडिय़ाघर प्रबंधन के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मोती को कंट्रोल किया गया। उन्होंने बताया कि हाथी प्रजाति की जीवों में उम्र के साथ-साथ गुस्सा भी बढ़ता जाता है और वे साल में एक दो बार ऐसी हरकतें करते करते रहते हैं। यह हाथी बहुत कम उम्र की अवस्था में इंदौर के चिडिय़ाघर में लाया गया था। वह यहां करीब 40 वर्षों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहा है। फिलहाल हाथी मोती को ट्रेंकुलाइज कर नियंत्रित कर लिया गया है और उसका उपचार किया जा रहा है।