छतरपुर। करीब 6 साल पहले जिला मुख्यालय के 9 स्कूलों में किचिनशेड बनाने के लिए नगर पालिका को करीब 10 लाख रुपये जिला पंचायत से दिए गए थे लेकिन एक भी किचिनशेड नहीं बनाया गया। वजह जो भी हो लेकिन कई ऐसे स्कूल हैं जहां पर्याप्त स्थान होने के बावजूद किचिनशेड नहीं बनाए गए, जिससे बच्चों को जीर्ण-शीर्ण हालत में मौजूद भवन में ही मध्यान्ह भोजन बनाया जा रहा है। जिला पंचायत सीईओ ने नगर पालिका से किचिनशेड की राशि वापस मांगी है।
जानकारी के मुताबिक शहर के 9 स्कूलों में फरवरी 2014 में किचिनशेड बनाए जाने हेतु नगर पालिका के खाते में जिला पंचायत से करीब 10 लाख रुपये भेजे गए थे। चार स्कूलों के लिए 1.54 लाख रुपये प्रति किचिनशेड के हिसाब से भेजे गए जबकि शेष पांच स्कूलों के लिए 77 हजार रुपये प्रति स्कूल के मान से राशि भेजी गई थी। उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी स्कूल क्रमांक एक की माध्यमिक शाला में जीर्णशीर्ण भवन में मध्यान्ह भोजन बनाया जा रहा है। यह स्कूल जिले का एकलौता इंग्लिश मीडिया का माध्यमिक विद्यालय है। 6 वर्ष में यहां किचिनशेड क्यों तैयार नहीं हुआ यह कोई बताने वाला नहीं है।
इन स्कूलों में बनाए जाने थे किचिनशेड
जिन 9 स्कूलों में किचिनशेड बनाए जाने के लिए राशि नगर पालिका को मिली थी उनमें माध्यमिक शाला क्रमांक एक 1.54 लाख , माध्यमिक शाला क्रमांक दो 1.54 लाख, माध्यमिक शाला डेरा पहाड़ी 1.54 लाख, प्राथमिक शाला डेरा पहाड़ी 1.54 लाख, माध्यमिक शाला एमएलबी 77 हजार, माध्यमिक शाला शुक्लाना 77 हजार, मा.शाला आदर्श 77 हजार, माध्यमिक शाला कुरयाना 77 हजार तथा माध्यमिक शाला सरानी दरवाजा 77 हजार रुपये शामिल हैं।
इनका कहना-
राशि 6 साल पहले स्वीकृत हुई है। मुझे इसमें ज्यादा जानकारी नहीं है सोमवार को ऑफिस में दिखवाऊंगा, जहां किचिनशेड की जरूरत होगी उसे बनवाया जाएगा।
अरूण पटैरिया, सीएमओ, छतरपुर