भोपाल। हंसियाकार चंद्रमा को तो आप हर महीने की अमावस्या के बाद शाम के आकाश में देखते ही हैं, लेकिन दमकते सूर्य के हंसियाकार दिखने का नजारा कम ही दिखता है। आगामी 26 दिसम्बर को साल का अंतिम ग्रहण पडऩे जा रहा है। इस दौरान गोलाकार सूर्य उदित होने के बाद सुबह 9.29 बजे हंसिये के आकार का दिखेगा। इसके बाद यह कटाव घटता जायेगा और 11.02 बजे सूर्य अपने सामान्य आकार में दिखने लगेगा। यह जानकारी भोपाल की विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने मंगलवार को सूर्यग्रहण के सम्बम्ध में बातचीत में दी। सारिका भोपाल में सूर्यग्रहण का वैज्ञानिक अवलोकन लोगों को कराने के उद्देश्य से विशाल कैम्प का आयोजन भी करेंगी।
दरअसल, विज्ञान संचारिका सारिका घारू ने मंगलवार को भोपाल के चिनार पार्क में आम लोगों को सूर्यग्रहण की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 26 दिसम्बर को सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य हंसिये के रूप में दिखाई देगा। सब पार्शियल सोलर इकलिप्स की घटना के कारण होगा, जिसमें पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा एक सीधी रेखा में आ जायेगा, जिससे सूर्य का 60 प्रतिशत भाग चंद्रमा के कारण छिप जायेगा।
ग्रहण के प्रति आम लोगों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को समझाने के लिए वह भोपाल के चिनार पार्क में 26 दिसंबर को विशाल सूर्यग्रहण अवलोकन कैंप का आयोजन करने जा रही हैं। ‘आ देखें जरा’ नाम से आयोजित इस कैंप में 100 से अधिक सोलर व्यूअर की मदद से विद्यार्थी एवं आम जन एकसाथ ग्रहण का सुरक्षित अवलोकन कर सकेंगे। इसके साथ ही आइएसओ प्रमाणित सोलर फिल्टर लगे शक्तिशााली टेलिस्कोप के द्वारा सूर्यग्रहण का लाईव फोटोग्राफी भी की जायेगी।
सारिका ने बताया कि इस कैंप में दो बड़े फिल्टर विंडो की मदद से एक बड़ा समूह सूरज के सामने चंद्रमा के आने को देख सकेंगे। इस अवलोकन कैंप में बच्चे ग्रहण की स्थितियों का ग्राफ पेपर पर चित्र लेकर ग्रहण का प्रतिशत ज्ञात करेंगे। इसके साथ ही एक स्क्रीन पर प्रकृति द्वारा निर्मित सैकड़ों हंसियाकार सूर्य का नजारा दिखाया जाएगा। इसके साथ ही विभिन्न घरेलू सामग्री से भी सूर्य की निर्मित होने वाली छबियों को दिखाया जायेगा। आम लोगों के प्रश्नों के उत्तर देने देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों से भी ऑनलाईन बातचीत कराई जायेगी।
सारिका ने बताया कि यह घटना इसलिये महत्वपूर्ण है कि भारत में अगला एन्यूलर सोलर इकलिप्स वैसे तो 21 जून 2020 को दिल्ली से लगे नगरों में देखा जा सकेगा, लेकिन मानसून इसमें बाधक बन सकता है। इसके बाद अगला वलयाकार सूर्य ग्रहण को भारत में देखने के लिये 21 मई 2031 का इंतजार करना होगा।