Video

Advertisement


जबलपुर में लगा देश विदेश के ओशो भक्तों का जमावड़ा
jabalpur, Osho devotees, gathered
जबलपुर। राज्य शासन द्वारा जबलपुर में आयोजित तीन दिवसीय ओशो महोत्सव का बुधवार को शुभारंभ हुआ। इस महोत्सव में शामिल होने हजारों की संख्या देश-विदेश से ओशो भक्त जबलपुर पहुंचे हैं। ओशो महोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को कार्यक्रमों की शुरुआत सक्रिय ध्यान से हुई। स्वामी अनादि अनंत अमृत धाम आश्रम जबलपुर के मार्गदर्शन में हजारों ओशो भक्तों ने सक्रिय ध्यान में भाग लिया। इनमें विदेशी भक्त भी बड़ी संख्या में शामिल रहे।

इसके बाद विधानसभा के पूर्व अशोक चतुर्वेदी के नेतृत्व मां साधना ओशो इंटरनेशनल फाउंडेशन पुणे एवं फिल्म निदेशक सुभाष घई का व्याख्यान हुआ। ध्यान क्या और क्यों इस विषय पर लेखिका सीमा कपूर द्वारा व्याख्यान दिया गया। महोत्सव में शाम तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे, जिनमें ध्यान और धर्म को लेकर वक्ता अपने विचार व्यक्त करेंगे। 

बता दें कि बुधवार को जबलपुर कमिश्नर रविन्द्र कुमार मिश्रा ने इस तीन दिवसीय ओशो महोत्सव का शुभारं किया। इस अवसर पर महापौर डॉ स्वाति गोडबोले, विधायक विनय सक्सेना, डॉ. राजेश धीरावाणी, आलोक मिश्रा, कृष्ण वेदांता, कपिल तिवारी, सीमा कपूर, डॉ नसरत मेहंदी, आलोक मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन थे। कार्यक्रम में कलेक्टर भरत यादव ने पहली बार शासकीय स्तर पर आयोजित इस महोत्सव में देश-विदेश से आये ओशो भक्तों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि ओशो महोत्सव से आचार्य रजनीश की कर्मभूमि रहे जबलपुर को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी और इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

महापौर डॉ स्वाति गोडबोले ने अपने विचार व्यक्त करते हुए ओशो महोत्सव के आयोजन को जबलपुर वासियों के लिए गौरव बताया। उन्होंने महोत्सव में आये ओशो भक्तों का शहरवासियों की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि माँ नर्मदा के गोद में बसे जबलपुर को आचार्य रजनीश ने अपनी कर्मस्थली बनाया, यहाँ शिक्षा ग्रहण की और ज्ञान प्राप्त करने के बाद समूचे विश्व को अपने विचारों से आलोकित किया तथा इस शहर को विशिष्ट पहचान दिलाई।

कमिश्नर रविन्द्र कुमार मिश्रा ने आचार्य रजनीश की कर्मभूमि पर ओशो महोत्सव के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ओशो ने अपने विचारों की क्रान्ति से  समूचे विश्व को आलोकित किया है। उन्होंने देश में स्थित सभी ओशो ध्यान केन्द्रों को प्रकाश पुंज बताया। उन्होंने कहा कि ध्यान से प्रयोग की शैली विश्व में आचार्य रजनीश ने ही विकसित की। उन्होंने महोत्सव में आये ओशो भक्तों का स्वागत करते हुए कहा कि महोत्सव जबलपुर को नई पहचान देगा और इससे पर्यटन की गतिविधियां भी बढ़ेंगी।
Kolar News 12 December 2019

Comments

Be First To Comment....

Page Views

  • Last day : 8796
  • Last 7 days : 47106
  • Last 30 days : 63782
x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.