जबलपुर। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी और आचार्य रजनीश की कर्मस्थली जबलपुर में बुधवार, 11 दिसम्बर से तीन दिवसीय ओशो महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जबलपुर कलेक्टर भरत यादव ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि ओशो महोत्सव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। रामपुर स्थित तरंग प्रेक्षागृह एवं पांडुताल मैदान में होने वाले इस महोत्सव में देश-विदेश से बड़ी संख्या में ओशो भक्त शामिल होने के लिए जबलपुर आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य शासन के आध्यात्म विभाग द्वारा जिला प्रशासन एवं जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल के सहयोग से पहली बार जबलपुर में ओशो महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर यादव ने महोत्सव में शामिल होने आ रहे विशिष्ट अतिथियों एवं ओशो भक्तों के ठहरने, भोजन एवं परिवहन के लिए माकूल इंतजाम करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा, पेयजल, प्रकाश और साफ-सफाई के पुख्ता इंतजाम कर लिये गये हैं। शहर आने वाले ओशो भक्तों के स्वागत एवं मार्गदर्शन के लिए रेलवे स्टेशन, विमानतल और बस स्टैण्ड में काउंटर स्थापित कर सभी जगह वालिंटियर्स तैनात कर दिये हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोत ने शहर में 11, 12 एवं 13 दिसम्बर को होने जा रहे ओशो महोत्सव की तैयारियों पर नजर रखे हुए हैं और जिला प्रशासन से इसे लेकर लगातार संपर्क में है। मंत्री भनोत की पहल पर ही जबलपुर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने की मंशा से राज्य शासन द्वारा ओशो महोत्सव के लिए पर्याप्त बजट का आवंटन कराया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ की मंशा के अनुरूप ओशो महोत्सव के स्तरीय और भव्य स्वरूप में आयोजन पर जोर दिया है।