दतिया। सुनो, सुनो, सुनो.. , समस्त ग्रामवासियों को सूचित किया जाता है कि कक्षा 5वीं एवं 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड हो गई हैं। इसलिए अपने वच्चों को नियमित स्कूल भेजें एवं घर पर भी पढ़ाई पर ध्यान दें।" शिक्षा विभाग द्वारा ढोल-नगाड़ों के साथ इस तरह की मुनादी जिले के ग्रामीण इलाकों में कराई जा रही है। गुरुवार को सुबह से कई गांवों में ढोल-नगाड़ों के साथ मुनादी कराते हुए शिक्षकों ने घर-घर जाकर अभिभावकों से अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने की अपील की, साथ ही घर पर पढ़ाई में उनका सहयोग करने के लिए भी कहा। मुनादी का काम पिछले तीन दिनों से चल रहा है। पहले गांवों में मुनादी कराई जाती है, फिर शिक्षक व अन्य शिक्षाकर्मी घर-घर जाकर अभिभावकों से मिलकर बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने की बात करते हैं।
बता दें कि राज्य सरकार ने शिक्षा की गुणवत्तता में सुधार लाने के मकसद से पांचवीं और आठवीं कक्षा की परीक्षाओं को बोर्ड परीक्षा घोषित किया है। साथ ही शिक्षकों का उत्तरदायित्व भी निर्धारित किया गया है। इससे पहले इन दोनों कक्षाओं की 2009 में आखिरी बार बोर्ड परीक्षा ली गई थी। इसके बाद सरकार ने दोनों परीक्षाओं को स्कूल स्तर पर कराने का निर्देश दे दिया था। पहले बच्चे अपने प्राप्तांक पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे। उन्हें लगता था कि स्कूल से उत्तीर्ण होने लायक नम्बर मिल जाएंगे, लेकिन अब 5वीं और 8वीं कक्षा की वोर्ड परीक्षा पास करना चुनौती होगी।
हालांकि, छात्रों को परीक्षा के माध्यम से दूसरा मौका सफल होने के लिये मिलेगा। पांचवीं और आठवीं कक्षा में अनुत्तीर्ण होने के बाद छात्र दो महीने बाद दोबारा छात्र परीक्षा दे सकेंगे। यदि दोबारा फिर असफल हुए तो ऐसे विद्यार्थियों को अगले सत्र में प्रायवेट पढ़ाई कर तीसरी बार उसी कक्षा की परीक्षा देनी पड़ेगी।
एकीकृत शाला के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पीतम कुशवाहा, संस्था प्रधानाध्यापक हरदास वर्मा एवं सीताराम प्रजापति पिछले तीन दिनों से रोजाना ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं और वहां ढोल-नगाड़ों के साथ मुनादी करवाकर पांचवीं-आठवीं कक्षा बोर्ड होने की जानकारी ग्रामीणों को दे रहे हैं।