भोपाल/होशंगाबाद। वन विहार में उपचार के बाद सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना भेजी गई बाघिन पूरी तरह स्वस्थ है। रिजर्व प्रबंधन के अनुसार उसने शिकार भी किया है और उसकी गतिविधियां भी पूरी तरह सामान्य हैं।
रायसेन जिले के सिरवारा गांव के समीप रेस्क्यू की गई बाघिन को उपचार के लिए वन विहार लाया गया था। यहां करीब 20 दिनों तक चले उपचार के बाद बाघिन पूरी तरह स्वस्थ हो गई थी। इसके बाद उसे गत सप्ताह सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेज दिया गया था। बाघिन को रिजर्व के चूरना में बने बाड़े में रखा गया है। रिजर्व के डिप्टी डायरेकटर अनिल शुक्ला ने बताया कि बाघिन स्वस्थ है और सामान्य रूप से पानी पी रही है, बाड़े में चहलकदमी कर रही है। उन्होंने बताया कि बाघिन को बाड़े में एक बकरा दिया गया था, जिसका शिकार भी उसने किया है। डिप्टी डायरेक्टर शुक्ला ने बताया कि बाघिन को लेकर रिजर्व प्रबंधन पूरी तरह सतर्क है और बुधवार को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. गुरुदत्त शर्मा उसकी रूटीन जांच के लिए चूरना गए हैं।