टीकमगढ़/निवाड़ी। मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक नगर ओरछा में तीन दिवसीय श्रीराम विवाह महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। शनिवार को शुरू यह महोत्सव सोमवार को सुबह पारम्परिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ। इससे पहले रविवार की रात ओरछा के विश्व प्रसिद्ध श्रीरामराजा सरकार की राजसी ठांट-बाट से बारात निकाली गई, जिसमें दूल्हे बने भगवान रामराजा सरकार के दर्शन करने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में लोग बाराती बने और रातभर विवाह के कार्यक्रम चले।
रविवार शाम को बारात निकलने से पहले रामराजा सरकार को सजाया-संवारा गया। उसके बाद बुंदेली लोक रीति से दूल्हा निकासी किया गया। मंदिर के प्रधान पुजारी रमाकांत शरण महाराज एवं अन्य पुरोहितों ने वैदिक विधि से पूजन कर दूल्हा सरकार को उनके भाई लक्ष्मण सहित पालकी में विराजमान कराया। इसके बाद शाम सात बजे बारात रामराजा मंदिर के द्वार पर पहुंची। मंदिर के मुख्य द्वार पर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक मुकेश श्रीवास्तव की मौजूदगी में पुलिस जवानों ने दूल्हा बने रामराजा सरकार को सशस्त्र सलामी दी। इसके बाद बारात भारी सुरक्षा के बीच शहर भ्रमण के लिए निकली। इसके बाद बारात हजारों रामभक्तों की भीड़ के साथ ढोल-नगाड़े, गाजे-बाजों की मंडलियों के साथ आगे बढ़ते हुए संग नगर, नजाई मोहल्ला, शास्त्री नगर, गणेश दरवाजा, झांसी रोड होकर रात 11 बजे मुख्य चौराहे पर स्थित जनक मंदिर पहुंची। बारात में हाथी, घोड़ा, ढोल नगाड़ा, बैंड बाजे और ध्वज पताका शामिल थे। नगर के लोगों ने घर-घर मंगल कलश सजाकर दूल्हा बने श्रीरामराजा सरकार का तिलक कर पुष्प वर्षा की।
जनकपुरी के पुजारी हरीश दुबे ने राजा जनक के रूप में श्रीरामराजा सरकार का तिलक कर बारात की अगुवानी की। बारात के शहर भ्रमण के दौरान जगह-जगह महिला भक्तों द्वारा गाए जा रहे बुंदेली वैवाहिक गीतों ने पूरा शहर गुंजायमान हो गया। ओरछा में आने वाले विदेशी मेहमानों ने भी इन बुंदेली विवाह गीतों के खूब वीडियो बनाए और रामजी की बारात में झूमकर नाचे। रात में विवाह संपन्न होने के बाद सोमवार को सुबह-सुबह मंदिर के चौक में राम कलेवा हुआ। बुंदेली रीति के अनुसार श्रीरामराजा सरकार के साथ कन्या पक्ष को लोगों ने लडक़ी को बांस की डलिया की डोली में विदाई दी। रात में देश के नामचीन रामलीला कलाकारों द्वारा मंदिर में धनुष यज्ञ, पुष्प वाटिका, धनुष, भजन, लक्ष्मण, परशुराम संवाद और सीता स्वयंवर का शानदार मंचन किया गया।