इंदौर। शहर में महिला सुरक्षा को लेकर एसएसपी रूचिवर्धन मिश्र ने बुधवार से महिला सुरक्षा चक्र अभियान की शुरूआत की। इसके चलते गुरुवार को राऊ स्थित मां उमिया गर्ल्स स्कूल में उन्होंने एएसपी प्रशांत चौबे के साथ मिलकर छात्राओं को खुद की रक्षा के तरीके बताए। दोनों पुलिस अधिकारी इस दौरान शिक्षक और प्रशिक्षक की भूमिका में नजर आए, जिन्होंने न केवल छात्राओं को अपराधों से दूर रहने की समझाइश दी, बल्कि उन्हें यह भी बताया कि कहीं पर किसी मुसीबत में फंस जाएं तो कैसे बचा जा सकता है।
अभी तक आपने देखा या सुना होगा कि पुलिस किशोरियों व स्कूल में पढऩे वाले छात्र छात्राओं के लिए सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग और साइबर सुरक्षा से बचाव के उपाय बताते हुए उनकी एक्स्ट्रा क्लासेस लेती है, लेकिन इंदौर एसएसपी रूचि वर्धन मिश्र ने एक प्लान तैयार किया है जिसे नाम दिया है महिला सुरक्षा चक्र। इस सुरक्षा चक्र मैं ना केवल छात्र-छात्राओं को सेल्फ डिफेंस और साइबर क्राइम से बचाव के बारे में जानकारी दी जाएगी, बल्कि पांच दिवसीय कार्यक्रम विभिन्न स्कूलों में आयोजित किए जाएंगे, जिसमें पुलिस के अधिकारी एक शिक्षक और प्रशिक्षक की भूमिका में नजर आएंगे। इसकी शुरूआत एसएसपी रूचि वर्धन मिश्र ने की। दोनों अधिकारियों ने छात्राओं को किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षा से बचाव के उपाय बताएं और उनके साथ पंच भी चलाए।
सभी को करना चाहिए अपनी सुरक्षा
इस अवसर पर एसएसपी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी अपनी सुरक्षा करनी चाहिए। इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं कि हम खुद मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें। हम स्वस्थ रहेंगे, तभी हम किसी से अपनी सुरक्षा कर सकते हैं। उन्होंने छात्राओं को सीख दी कि वे हमेशा किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। सुरक्षा चक्र के बारे में एएसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि इस अभियान के दौरान छात्राओं को अलग-अलग स्कूलों में सेल डिफेंस, सायबर क्राइम से बचाव का प्रशिक्षण देने के साथ ही डॉक्टरों द्वारा भी उन्हें बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा।
पांच-पांच दिन होगी वर्कशॉप
एसएसपी ने बताया कि इस अभियान में पुलिस 50 हजार महिलाओं-युवतियों को आत्मरक्षा, हाईजिन, डाइट और साइबर अपराधों के प्रति सजग करेगी। इसके लिए स्कूलों में पांच-पांच दिन की वर्कशाप होगी। इस शेड्यूल को एएसपी प्रशांत चौबे के निर्देशन में तैयार किया है। वे महिलाओं व युवतियों को आत्मरक्षा के लिए जरूरी मनोविज्ञान समझाएंगे और साबर अवेयरनेस के लिए ट्रेंड करेंगे। आरआई ग्रुप के मेंबर्स मार्शल आर्ट, दुष्कर्म व ज्यादती से निपटने के लिए युवतियों को जागरूक करेंगे। स्कूली बच्चियों को गुड टच, बेड टच की जानकारी भी दी जाएगी।