होशंगाबाद/भोपाल। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन इन दिनों रायसेन जिले से रेस्क्यू की गई बाघिन के आने का इंतजार कर रहा है। रिजर्व प्रबंधन ने बाघिन के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं और संभवत: अगले दो-तीन दिनों में इस संबंध में निर्णय हो जाएगा। फिलहाल यह डेढ़ वर्षीय बाघिन राजधानी स्थित वन विहार में है।
करीब एक माह पहले रायसेन जिले के सिरवारा गांव से रेस्क्यू की गई बाघिन को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेजा गया था, लेकिन उसके बीमार हो जाने के कारण उसे वन विहार भेजना पड़ा था। यहां उपचार के बाद बाघिन की सेहत अब ठीक है। वह सामान्य रूप से भोजन कर रही है और उसकी अन्य गतिविधियां भी सामान्य हैं। इसे देखते हुए यह माना जा रहा है कि पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ जल्द ही उसे फिर से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेजे जाने का निर्णय ले सकते हैं।
जांच के लिए वन विहार आई एसटीआर की टीम
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने बताया कि बाघिन की जांच के लिए सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की एक टीम मंगलवार को वन विहार भेजी गई है। टीम में शामिल एसटीआर के वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. गुरुदत्त शर्मा एवं असिस्टेंट डायरेक्टर धीरज चौहान बाघिन के स्वास्थ्य के बारे में वन विहार के अधिकारियों से वार्ता करेंगे। साथ ही बाघिन की जांच भी करेंगे। इस टीम की रिपोर्ट के आधार पर ही बाघिन को एसटीआर भेजे जाने का निर्णय लिया जाएगा।
वन विहार के डॉक्टर पहले ही कर चुके जांच
करीब चार दिन पहले वन विहार के दो डॉक्टर्स की टीम ने बाघिन की जांच की थी। अपनी रिपोर्ट में इन डॉक्टर्स ने बाघिन को पूरी तरह फिट बताया था। वन विहार के असिस्टेंट डायरेक्टर एके जैन ने बताया कि डॉक्टरों की यह रिपोर्ट पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ को भेजी जा चुकी है, लेकिन अभी तक बाघिन के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।