भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि अगले एक दो दिन में एक ओर पश्चिमी विक्षोभ बनने से पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो जाएगी। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो जैसे ही ये सर्द हवाएं मध्यप्रदेश की ओर रुख करेंगी, उसी के साथ यहां का तापमान गिरता चलता जाएगा। ऐसे में 28 नवम्बर के आसपास मध्य प्रदेश के सभी इलाकों में सर्दी फैलनी शुरू हो जाएगी। ऐसे में इस बार फरवरी तक कड़ाके की सर्दी रहेगी। ये भी कहा जा रहा है कि देश में 2019-20 मार्च में सर्दी का अहसास होगा।
मध्यप्रदेश के संबंध में मौसम विभाग की मानें तो जल्द ही मध्यप्रदेश के कई जिलों में ठंड बढ़ने का अनुमान है। लेकिन ये भी माना जा रहा है कि तापमान में उतार-चढ़ाव का यह दौर अभी जारी रहेगा। इससे आगामी दिनों मे ठंड बढ़ने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक इस बार मानसून लंबा खींचा है। इसका असर सर्दी पर भी दिखेगा। मध्यप्रदेश में भी इस बार रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। ऐसे में देश के अन्य हिस्सों की तुलना में पश्चिमी मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा ठंड पड़ेगी। इसमें ग्वालियर, बैतूल, भोपाल, दतिया, धार, गुना, होशंगाबाद, इंदौर, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, श्योपुर, शिवपुरी और उज्जैन आता है।
गुना में एक दिसम्बर तो भोपाल में 3 दिसम्बर के बाद ही आएगी कड़ाके की ठंड
दूसरी ओर गुना को लेकर मौसम के जानकार मानते हैं कि यहां भोपाल से पहले सर्दी शुरू हो जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि यहां भी भोपाल की तरह ही 25 नवम्बर को न्यूनतम 16 डिग्री रहने की आशा है। वहीं अधिकतम लगभग 29 डिग्री तक जा सकता है। भोपाल की तरह ही 26 नवम्बर को अधिकतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट आ सकती है। 27 नवम्बर को जरूर तापमान में गिरावट के चलते गुना का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 27 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है।
28 नवम्बर को भी 27 नवम्बर जैसा ही मौसम रहने के बाद, 29 नवम्बर को न्यूनतम तापमान 14 डिग्री जबकि अधिकतम में भी लगातार गिरावट बनी रहेगी, जिसके चलते इस दिन अधिकतम तापमान 26 डिग्री पहुंच सकता है। यही हाल 30 नवम्बर को भी रहने की आशा है। लेकिन इसके बाद 01 दिसम्बर से नया माह शुरू होते ही यानि दिसम्बर के पहले ही दिन न्यूनतम तापमान में एक बार फिर गिरावट आते हुए, न्यूनतम तापमान 13 डिग्री तक पहुंच सकता है। जबकि अधिकतम 26 डिग्री के आसपास रहेगा।
हिमालयी इलाकों का पड़ेगा असर
मौसम वैज्ञानिकों की मानें जैसे ही हिमालयी इलाकों में 24 घंटे में भारी बर्फबारी हो जाएगी। उत्तर पश्चिमी दिशा से बर्फीली हवा चलने का सिस्टम सक्रिय होने सेे मैदानी इलाकों से लेकर देश के मध्य हिस्सों तक पारा गिरना शुरू हो जाएगा।
फरवरी तक कड़ाके की सर्दी
इस बार जो मौसम विभाग का पूर्वानुमान है, उसके मुताबिक मानसून की तरह ही सर्दी भी लंबा खींचेगा। यानी कि मार्च तक इस बार सर्दी पड़ेगी। वहीं कड़ाके की सर्दी फरवरी महीने तक रहेगी। जनवरी तक न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के करीब ही औसतन रहेगा।