भोपाल। मध्यप्रदेश में सरकार द्वारा किसानों को उपज के वाजिब दाम दिलाने एवं उन्हें बिचौलियों व दलालों के शोषण से बचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा जाती है। धान की सरकारी खरीदी सोमवार से शुरू होने वाली थी, लेकिन इसकी खरीदी की तिथि को आगे बढ़ा दिया गया है। अब धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी आगामी 02 दिसम्बर से शुरू होगी। यह जानकारी सोमवार को जिला आपूर्ति अधिकारी एसएच चौधरी ने मीडिया को दी।
उन्होंने बताया कि पूर्व में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 25 नवंबर से प्रारंभ होने वाली थी। अब प्रदेश शासन द्वारा इस तिथि को बढ़ाकर 02 दिसम्बर 2019 कर दिया गया है। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिए खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में जिन किसानों ने पंजीयन कराया है, उनकी उपज निर्धारित खरीदी केन्द्रों पर की जाएगी। खरीदी केन्द्रों पर खरीदे गये धान का उठाव कर निर्धारित गोदाम एवं ओपन केप तक पहुंचाने के लिए परिवहन की भी तैयारियां कर ली गई है। खरीदी केन्द्रों पर 6-6 इलेक्ट्रानिक तौल कांटे एवं 4-4 सिलाई मशीनों की इंतजाम किया गया है। सभी खरीदी केन्द्रों के लिए बारदाने की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशों के अनुसार किसानों को उनके मोबाईल पर एसएमएस द्वारा खरीदी केन्द्र पर धान लाने की तिथि बताई जायेगी। किसानों को इस नियत तिथि को ही धान लेकर आना है। गांव के कोटवार द्वारा भी किसानों को सूचित किया जायेगा कि किस किसान को किस दिन धान लेकर आना है। इसके लिए कोटवारों के मोबाईल में 400 रुपये का रिचार्ज भी कराया जा रहा है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी खरीदी केन्द्रों के लिए बारदाने का भंडारण निर्धारित स्थलों पर कर दिया जाये, जिससे जरूरत पडऩे पर खरीदी केन्द्रों में शीघ्रता से बारदाने उपलब्ध कराये जा सकेंगे। सभी खरीदी केन्द्रों पर एफएक्यू मापदंड के अनुसार ही धान की खरीदी की जाना है।
उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों की धान न आने पाये और यहां की धान अन्य राज्यों में न जाने पाये इसके लिए मंडी, वन एवं पुलिस के अधिकारियों का दल बनाकर जिले के सभी नाकों में वाहनों की सघन जांच करने के निर्देश दिये गये हैं। शासन द्वारा कामन धान का समर्थन मूल्य 1815 रुपये प्रति क्विंटल एवं धान ग्रेड-ए का समर्थन मूल्य 1835 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।