मालवा भ्रमण कर लौटे भगवान ओंमकारेश्वर
ओंकारेश्वर (खंडवा)। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित भगवान ओंकारेश्वर 14 दिनों तक मालवा और निमाड़ क्षेत्र का भ्रमण कर भैरव अष्टमी पर मंगलवार रात को ओंकारेश्वर लौट आए। इसके साथ ही पूजापाठ, आरती, भोग, शयन श्रृंगार और चौपड़ भी शुरू हो गए। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तों ने भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया।
अनादिकाल से चली आ रही परंपरा के अनुसार ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान प्रतीकात्मक रूप से 15 दिन के लिए मालवा भ्रमण के बाद भैरव अष्टमी पर मंगलवार रात लौटे हैं। ओंकारेश्वर भगवान कार्तिक सुदी अष्टमी (चार नवम्बर) को भ्रमण पर गए थे। मंदिर के सहायक कार्यपालन अधिकारी अशोक महाजन ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट द्वारा भगवान के लौटने पर मूल स्वरूप का श्रृंगार किया गया। साथ ही आचार्य पंडित राजराजेश्वर दीक्षित के सान्नध्यि में पंडितों द्वारा धार्मिक आयोजन किए गए। मंगलवार रात 9.30 बजे से शयन आरती की गई। मंदिर में चौपड़-पासे व झूला भी सजने लगे हैं। भैरव अष्टमी पर विशेष आरती कर भोलेनाथ को छप्पन भोग लगाया गया।
उल्लेखनीय है कि भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग अनादिकाल से मालवा व निमाड़ का भ्रमण करने प्रतिवर्ष जाते हैं। इस परंपरा को मंदिर ट्रस्ट सालों से निभाता चला आया है।