भोपाल। उपचार के लिए वन विहार लाई गई रायसेन जिले से पकड़ी गई डेढ़ वर्षीय बाघिन अब स्वस्थ हो गई है। वन विहार में डॉक्टरों ने उसकी जांच की है और उसे खुले जंगल में छोड़े जाने के लिए पूरी तरह से फिट बताया है।
वन विभाग के अमले ने करीब 10 दिन पहले रायसेन जिले के बाड़ी के समीप एक बाघिन को रेस्क्यू किया था, जो सिरवारा गांव से लगे खेतों में घुस आई थी। बाघिन को रेस्क्यू किए जाने के बाद विभाग के उच्च अधिकारियों ने उसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेजे जाने का निर्णय लिया था। लेकिन जब सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना में बाघिन की जांच की गई तो उसे बीमार पाया गया। वहीं, उसके शरीर पर कुछ चोटें भी थीं। इस कारण उसे जंगल में छोड़े जाने की बजाय उपचार के लिए वन विहार भेज दिया गया था।
अब पूरी तरह फिट है बाघिन
वन विहार के असिस्टेंट डायरेक्टर एके जैन ने मंगलवार को बताया कि बाघिन को करीब सप्ताह भर वन विहार में रखकर उसका उपचार किया गया। बाघिन अब पूरी तरह स्वस्थ है। वह भरपेट खाना खा रही है। हाउसिंग में चहलकदमी कर रही है और गुर्राने भी लगी है। उन्होंने बताया कि सोमवार को डॉ. अतुल गुप्ता और डॉ. रिचा अग्रवाल ने बाघिन की विस्तृत जांच की थी। उन्होंने अपनी जांच में बाघिन को जंगल में छोड़े जाने के लिए पूरी तरह फिट पाया है। असिस्टेंट डायरेक्टर जैन ने बताया कि बाघिन की जांच रिपोर्ट एक-दो दिनों में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ को भेजी जाएगी और उनके आदेश के अनुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।