उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में अगहन कृष्ण अष्टमी (कालभैरव अष्टमी) के मौके पर मंगलवार को भगवान कालभैरव का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। कालभैरव मंदिर में मंगलवार को सुबह से भगवान का अभिषेक किया गया और उसके बाद विशेष श्रृंगार कर पूजन-अर्चन हुआ। सुबह से मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान कालभैरव के दर्शन कर पूजन-अभिषेक का लाभ लिया।
उज्जैन में भगवान महाकाल के दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालु भगवान मंगलनाथ और कालभैरव के मंदिर भी पहुंचते हैं और यहां पूजन-अर्चन करते हैं, लेकिन भैरव अष्टमी पर श्रद्धालु कालभैरव मंदिर पहुंचकर विशेष पूजन-अर्चन करते हैं। यहां भगवान कालभैरव का मदिरा का भोग लगाया जाता है। यहां मंगलवार को सुबह से अभिषेक पूजन शुरू हो गया है। यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है और लोग भगवान कालभैरव के दर्शन का पूजन का लाभ ले रहे हैं।
हालांकि, भगवान कालभैरव जन्मोत्सव का मुख्य कार्यक्रम मंगलवार को मध्यरात्रि में होगा। इस दौरान कालभैरव मंदिर में भगवान महाकाल के सेनापति व उज्जयिनी के क्षेत्रपाल बाबा कालभैरव को पुजारी सिंधिया राजवंश की शाही पगड़ी धारण कराकर आकर्षक श्रृंगार करेंगे। मध्यरात्रि 12 बजे 11 हजार लड्डुओं का महाभोग लगाकर जन्म आरती की जाएगी। सुबह से ही यहां दर्शनार्थियों का ताता लगा हुआ है, यह सिलसिला देर रात तक जारी रहेगा।