भोपाल। रायसेन जिले में बाड़ी के पास से वन अधिकारियों द्वारा पकड़ी गई बाघिन की सेहत में अब सुधार हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि उसे पूरी तरह स्वस्थ होने में 10 से 12 दिन का समय लग जाएगा और तब तक उसे वन विहार में ही रहना होगा।
बाड़ी के पास एक खेत से रेस्क्यू करके एसटीआर के चूरना भेजी गई बाघिन अस्वस्थ हो गई थी, जिसके बाद उसे उपचार के लिए तुरंत वन विहार भेजा गया था। यहां उसका उपचार किया जा रहा है और अब उसकी सेहत पहले से काफी ठीक है। वन विहार के असिस्टेंट डायरेक्टर ए.के.जैन ने बताया कि बाघिन अब 1.5 से 2.00 किलो तक खाना खा रही है और सामान्य रूप से पानी पी रही है। वह अपनी हाउसिंग में चहलकदमी भी करती है और दहाड़ने भी लगी है। जिस रफ्तार से उसकी सेहत में सुधार हो रहा है, उससे लगता है कि वह 10-12 दिनों में पूरी तरह स्वस्थ हो जाएगी।
इन बातों पर भी देना होगा ध्यान
इस बाघिन के भविष्य के बारे में फैसला विभाग के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे, लेकिन उन्हें बाघिन की सेहत के अलावा कुछ अन्य बातों पर भी ध्यान देना होगा। बाघिन के बीमार होने की असल वजह यह थी कि जब उसे रेस्क्यू किया गया था, वह काफी भूखी और कमजोर थी। विभागीय सूत्रों का कहना है कि करीब डेढ़ साल उम्र वाली इस बाघिन को उसकी मां ने छोड़ दिया है, जिसके कारण उसे शिकार करना भी नहीं आता। ऐसी स्थिति में उसे खुले जंगल में छोड़ा जाना जोखिम भरा हो सकता है।