भोपाल गैस पीड़ितों के लिए आजीवन संघर्षरत रहे अब्दुल जब्बार का निधन
भोपाल। भोपाल गैस पीड़ितों के लिए अपना पूरा जीवन संघर्ष में झोंकने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल जब्बार का गुरुवार रात 62 साल की उम्र में निधन हो गया। रात 10:30 बजे चिरायु अस्पताल में हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया। ज्यादा डायबिटीज के चलते पैर की नसें ब्लाक होने से गैंगरीन हो गया था। गंभीर रूप से बीमार जब्बार का बीते कुछ दिनों से एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। गुरुवार को उनसे मिलने चिरायु पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वजय सिंह ने उनकी सेहत की जानकारी ली थी और उन्हें एयर एंबुलेंस से मुंबई भेजने की बात कही थी। शाम को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर जब्बार को इलाज के लिए मुंबई भेजने की बात कही थी। इसके पहले ही उनका निधन हो गया।
अब्दुल जब्बार ने गैस त्रासदी के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी थी। इस त्रासदी में जब्बार ने अपने माता-पिता को खो दिया था। साथ ही उनके फेफड़ों और आंखों पर भी गंभीर असर हुआ था। उन्हें एक आंख से बेहद कम दिखाई देता था।
जब्बार के निधन पर मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है। शिवराज ने ट्वीट कर लिखा, ‘गैस पीडि़तों के लिए संघर्ष करने वाले समाजसेवी अब्दुल जब्बार के निधन का दुखद समाचार मिला। दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। विनम्र श्रद्धांजलि’!
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अब्दुल जब्बार के निधन को दुखद बताते हुए उनके परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। गोपाल भार्गव ने कहा, ‘भोपाल गैस पीडि़तों के लिए संघर्ष करने वाले श्री अब्दुल जब्बार जी के निधन का दु:खद समाचार मिला। श्री जब्बार जी ने हमेशा मजलूमों के हक की लड़ाई लड़ी। उनके जाने का बेहद दु:ख है। उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं