नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक को सौहार्दपूर्ण बताया है। सरकार ने उम्मीद जतायी है कि संसद सत्र के सुचारू संचालन में सभी दलों का सहयोग मिलेगा।
बैठक की अध्यक्षता रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने की। संसदीय सौध में आयोजित इस बैठक में राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू एवं उनके सहयोगी अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस के लोकसभा में उप नेता गौरव गोगोई सहित विभिन्न दलों के फ्लोर लीडर ने भाग लिया। बैठक में 36 राजनीतिक दलों के 50 नेताओं ने शिरकत की। विपक्षी नेताओं ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान का मुद्दा उठाया गया। इसके अलावा सुरक्षा, लोकतंत्र और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी अपना पक्ष रखा।
संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा कि सर्वदलीय बैठक अत्यंत उयोगी और सौहार्दपूर्ण रही। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने अपनी ओर से कई मुद्दे उठाए और सुझाव रखे। इन पर चर्चा के बाद आज शाम होने वाली कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में इन्हें रखा जाएगा। वे सरकार की ओर से आश्वासन देते हैं कि हम विपक्ष के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत करेंगे और उनसे अपेक्षा करते हैं कि संसद को सुचारू ढंग से संचालित करने में वे सहयोग करेंगे।
एसआईआर के मुद्दे पर रिजिजू ने कहा कि वे इस समय इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहेंगे। शाम को कार्य मंत्रणा समिति की बैठक होगी जिसमें कुछ मुद्दों पर सहमति बन सकती और कुछ मुद्दे चेयर के समक्ष उनकी अनुमति के लिए भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष एसआईआर के मुद्दे पर संसद नहीं चलने देगा ऐसा कोई विषय बैठक में नहीं आया है। रिजिजू ने कहा कि लोकतंत्र में गतिरोध संभव है और अगल-अलग एजेंडा होने के कारण मतभेद भी संभव हैं लेकिन हम विपक्ष से अनुरोध करते हैं कि वे सदन को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करेंगे।