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नई दिल्ली । सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा है कि राजस्थान पुलिस और आईबी ने उनका पीछा किया। इसके साथ ही गीतांजलि ने कहा है कि उनपर दिल्ली में भी नजर रखी गई।
गीतांजलि ने कहा है कि जब वे जोधपुर जेल में अपने पति से मिलने गई थीं तो उन पर नजदीक से नजर रखी जा रही थी। उनका कहना है कि जब वे पति से मिलने के लिए ।7 और 11 अक्टूबर को जोधपुर पहुंचीं तो एयरपोर्ट पर उतरते ही उन्हें पुलिस के वाहन पर बैठा लिया गया। उनसे हर बार अपनी यात्रा से पहले यात्रा का पूरा विवरण अघिकारियों से साझा करने को कहा गया। यहां तक कि जब वे अपने पति से मुलाकात कर रही थीं उस समय भी मंगलेश नामक डीसीपी और एक महिला कांस्टेबल उनकी बातें सुन कर उन्हें नोट कर रहे थे। हलफनामे में कहा गया है कि जोधपुर में गीतांजलि को किसी से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। ऐसा करना संविधान में प्रदत्त अधिकारों का खुला उल्लंघन है।
केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर को कहा था कि सोनम वांगचुक को उनकी गिरफ्तारी की वजह बता दी गई है। जिसके बाद गीतांजलि की ओर से पेश कपिल सिब्बल ने कहा था कि गिरफ्तारी की वजह बताने वाले बिंदुओं को चुनौती देने के लिए याचिका में संशोधन करने की जरूरत है। सिब्बल ने कहा था कि सोनम वांगचुक ने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देने के लिए कुछ नोट्स तैयार किए हैं लेकिन वो नोट्स सोनम वांगचुक की पत्नी को शेयर नहीं करने दिया जा रहा है। उसके बाद कोर्ट ने सोनम वांगचुक की ओर से तैयार नोट्स उनके वकील के जरिये सोनम की पत्नी को शेयर करने का आदेश दिया था।
कपिल सिब्बल ने 6 अक्टूबर को कहा था कि हिरासत गलत है, हम इसका विरोध करते हैं। सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था कि सोनम वांगचुक को गिरफ्तारी की वजह की प्रति उपलब्ध करा दी गई है।
याचिका में सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को चुनौती दी गई है। सोनम वांगचुक को 26 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था और वे राजस्थान के जोधपुर जेल में बंद हैं। गीतांजलि ने अपने पति को रिहा करने की मांग करते हुए याचिका में कहा कि सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के एक हफ्ते के बाद भी उनके स्वास्थ्य के बारे में उन्हें कोई सूचना नहीं है।
सोनम वांगचुक लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे। इस दौरान लद्दाख में हुई हिंसा के बाद गोलीबारी में 4 लोगों की मौत हो गई थी।
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