भोपाल । मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में जहरीले कफ सिरप से मासूम बच्चों की मौत के बाद अब प्रशासन सख्त मोड में आ गया है। भोपाल के दवा बाजार में मंगलवार को एमपी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (औषधि प्रशासन) की टीम ने छापेमारी की है। सरकार ने जिन दो कफ सिरप रेस्पिफ्रेस डी और एएनएफ कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया है। ड्रग विभाग की टीम ने दवा दुकानों पर पहुंचकर इन कफ सिरप की बोतलें खोजकर जब्त कीं।
दरअसल छिंदवाड़ा में मासूम बच्चों की मौत के बाद मेडिकल स्टोर से लेकर जगह-जगह कोल्ड्रिफ सिरप और अमानक दवाइयों की जांच की जा रही है। इसी कड़ी में भोपाल के दवा बाजार में मंगलवार काे ड्रग्स (औषधि प्रशासन) का छापा मारकर रेस्पिफ्रेस डी और ए एनएफ कफ सिरप को जब्त किया। जानकारी के मुताबिक टीम ने सैंपल के लिए 10 बोतल को सील किया और बाकी 80 बोतल को भी जब्त कर लिया। कफ सिरप री लाइफ और रेस्पिफ्रेस टीआर में खतरनाक केमिक डायएथिलीन ग्लाइकॉल की अधिक मात्रा पाई मिली थी, जो बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
किडनी फेल, ब्रेन डैमेज होने का खतरा
मप्र फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ था। छिंदवाड़ा में लिए 19 दवाओं के नमूने की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है। ये दोनों सिरप गुजरात में बनाए गए। यह वही केमिकल है,जो कोल्ड्रिफ कफ सिरप में मिले थे। दोनों सिरप पर तत्काल रोक लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई। कफ सिरप में अधिकतम 0.1 प्रतिशत डायएथिलिन ग्लाइकॉल की मौजूदगी हो सकती है। इन सिरप से किडनी फेल, ब्रेन डैमेज होने का खतरा रहता है।