Advertisement
भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री एक्सीलेंस शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में सोमवार एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां कॉलेज के जर्जर भवन का हिस्सा सोमवार को गिर गया। गनीमत यह रही कि मौके पर क्षतिग्रस्त गलियारे में कोई मौजूद नहीं था। कॉलेज प्रशासन ने तुरंत घटनास्थल को खाली कराया और छात्रों को सुरक्षित स्थान पर भेजा।
कॉलेज की जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष देवेंद्र रावत के अनुसार, 7 साल पहले कॉलेज का सी ब्लॉक पूरी तरह तालाब में समा गया था। इस घटना के बाद कॉलेज में नए भवन के निर्माण के कई वादे किए गए थे। लेकिन अब तक वह सिर्फ कागजों तक सिमटे हुए हैं। अब यह एक नया हादसा हो गया और निर्माण कार्य का अब तक कुछ पता नहीं है। नगर निगम से लेकर जिम्मेदारों को कई बार हमने इस तरह की घटना होने का अंदेशा जताया था। जिस पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। रावत के अनुसार, गलियारे का जो हिस्सा सोमवार को टूटकर तालाब में गिरा है, यह आवाजाही के लिए प्रमुख रास्ता था। यहां से कॉलेज के प्रधानाचार्य से लेकर स्टाफ और कॉमर्स स्टूडेंट अपनी क्लास में जाते थे। इससे लगे हुए हिस्से में अभी भी एकाउंट्स डिपार्टमेंट, कंप्यूटर लैब, प्रिंसिपल रूम जैसे महत्वपूर्ण कई कक्ष ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद है। वहीं, उपरी मंजिल में पांच कक्षाएं लगती हैं।
हमीदिया कॉलेज, जिसकी स्थापना 1946 में हुई थी, की अधिकांश इमारतें दशकों पुरानी हैं। लंबे समय से रखरखाव की कमी के कारण कई भवन खतरनाक स्थिति में हैं। कॉलेज में दरारें, रिसाव और संरचनात्मक कमजोरियां देखने को मिल रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर समय रहते मरम्मत न हुई, तो भविष्य में कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |