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कोलार में भी सक्रीय वाहन चोर
भोपाल में लगातार बढ़ रही वाहन चोरी की वारदातें अब पुलिस के लिए चुनौती बन गई हैं। भोपाल में हर तीसरे घंटे में एक गाड़ी चोरी हो जाती है, जबकि पुलिस इनमें से महज 35 से 40 फीसदी वारदातें सुलझाने का दावा कर पाती है। ऐसे में अन्य वाहनों का क्या हो रहा है, इसका सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है। वर्ष 2016 में 2604 गाड़ी चोरी की वारदातें थानों में दर्ज की गई थीं, जबकि 2015 में 2459 गाड़ियां चोरी हुई थीं। यही कारण है कि डीआईजी डॉ. रमन सिंह सिकरवार ने वर्ष 2017 में वाहन चोरों को पकड़ना पहली प्राथमिकता में शामिल किया है। इसके लिए पुलिस ने चोरी वाले स्थान चयनित कर उन पर नजर रखने की योजना तैयार की है। हालांकि यह तो बाद में ही पता चलेगा कि इसका कितना असर पड़ता है।
कोलार ,एमपी नगर, पिपलानी, गोविंदपुरा, टीटी नगर, हनुमानगंज, कोहेफिजा, जहांगीराबाद, अशोका गार्डन, कमला नगर और मंगलवारा में वाहन चोरी की सबसे ज्यादा वारदातें होती हैं। इसका मुख्य कारण भीड़ वाले मार्केट और कर्मिशियल गतिविधियां होना हैं। यहां अधिकांश लोग पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर काम में लग जाते हैं। ऐसे में चोर मौका पाकर वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं।
बाइक खड़ी करते समय उसमें व्हील लॉक करें और कार के दरवाजे लॉक करना न भूलें। गाड़ी पार्क करने के बाद कुछ दूरी पर खड़े होकर गाड़ी को देखें, क्योंकि गाड़ी चोरी की करीब 80 फीसदी वारदातें पार्किंग के तत्काल बाद होती हैं, क्योंकि बदमाश 5 से 10 मिनट में वाहन मालिक के वापस आने का अनुमान लगाते हैं।
राजधानी में पांच तरह के चोर गिरोह सक्रिय हैं। राजगढ़, पारदी, कंजर और भोपाल के लोकल के अलावा कुछ नए बदमाश वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इसमें से करीब 70 फीसदी वारदातें राजगढ़, पारदी और कंजर गिरोह करते हैं।
चोरी के बाद गाड़ी किसी पार्किंग में छिपा दी जाती है। मामला ठंडा होने के बाद वहां से गाड़ी उठाकर उसे आसपास के ग्रीमण इलाकों में बेच देते हैं, क्योंकि वहां वाहनों की चेकिंग नहीं होती। इसके अलावा कबाड़खाने में गाड़ियों के पार्ट खोलकर बेच दिए जाते हैं।
डीआईजी डॉ रमन सिंह सिकरवार ने वाहन चोरी की वारदातें बढ़ना हमारे लिए गंभीर मुद्दा है। हम इस पर काम कर रहे हैं। वर्ष 2017 में हर हाल में गाड़ी चोरी की वारदातों को रोकना पहली प्राथमिकता है। कुछ जगहों को चिहिंत किया है। वहां अतिरिक्त बल लगाकर इन इलाकों पर नजर रखी जाएगी।
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