भोपाल। मप्र में कोरोना संक्रमण अपना कहर बरपा रहा है। लगातर बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते चिकित्सा व्यवस्था भी चरमराई हुई है। सरकार ऑक्सीजन और दवाओं की भरपूत पूर्ति का दावा कर रही है, लेकिन रोजाना प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से मौतों के मामले सामने आ रहे हैं। मप्र के शहडोल जिले में भी ऑक्सीजन की कमी के चलते 12 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। शहडोल मामले पर मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ ने दुख जताते हुए सरकार पर निशाना साधा है।
कमलनाथ ने शहडोल में हुई मौतों पर दुख जताते हुए कहा कि अब शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से मौतों की बेहद दुखद खबर? भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, जबलपुर, खंडवा, खरगोन में ऑक्सीजन की कमी से मौतें होने के बाद भी सरकार नहीं जागी? आखिर कब तक प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से यूँ ही मौतें होती रहेगी? कमलनाथ ने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज जी आप कब तक ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर झूठे आँकड़े परोसकर, झूठ बोलते रहेंगे, जनता रूपी भगवान रोज दम तोड़ रही है? प्रदेश भर की यही स्थिति, अधिकांश जगह ऑक्सीजन का भीषण संकट? रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी यही स्थिति, सिर्फ़ सरकार के बयानों में व आँकड़ो में ही ऑक्सीजन व रेमडेसिविर उपलब्ध, अस्पतालों से गायब?
कमलनाथ ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संकट के हालातों पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार कागजी बैठकों से निकलकर मैदानी स्थिति सम्भाले, स्थिति बेहद विकट, प्रदेश वासियों को इस संकट से निकाले, ऑक्सिजन की आपूर्ति के युद्ध स्तर पर प्रयास करे, स्थितियाँ भयावह होती जा रही हैं।