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केवल मेला नहीं एक संस्कृति और सभ्यता है ग्वालियर मेला
केवल मेला नहीं एक संस्कृति और सभ्यता है ग्वालियर मेला

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ग्वालियर मेला केवल मेला नहीं एक संस्कृति और सभ्यता है, जो हजारों सालों से हमारे देश की परम्परा रही है। यह मेला एक अद्भुत समागम है जहाँ एक स्थान पर हर प्रकार की वस्तुएँ खरीदने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर मेला आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की अवधारणा का प्रतीक है। यह मेला ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री चौहान माधवराव सिंधिया व्यापार मेला ग्वालियर कास्टेट हैंगर भोपाल सेवर्चुअली शुभारंभ कर रहे थे। ग्वालियर से केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित अन्य जन-प्रतिनिधि वर्चुअली उपस्थित थे।

 

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह मेला व्यापारियों की जिंदगी बदलने का माध्यम है। मेला में प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है, जिससे हजारों लोग लाभान्वित होते हैं। हमने तय किया है कि मेला में ऑटो मोबाइल की खरीदी पर रोड टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट देंगे। मुख्यमंत्री ने ग्वालियर अंचल की जनता और व्यापारियों को शुभकामनाएँ दी। उन्होंने मेले को बेहतर बनाने में योगदान देने के लिए आयोजकों को बधाई दी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर अब तेजी से प्रगति पथ पर अग्रसर है। ग्वालियर में कई महत्वपूर्ण संस्थान हैं। महिलाओं, बच्चों और आम नागरिक के लिए खरीददारी के लिए ग्वालियर मेला महत्वपूर्ण रहेगा।

 

Kolar News 8 January 2023

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