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राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा विद्यार्थी है विश्वगुरू भारत के पुनर्निर्माण का चित्रकार
राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा विद्यार्थी है विश्वगुरू भारत के पुनर्निर्माण का चित्रकार

स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा कि भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति, अलग भाषा एवं वेशभूषा के साथ अनेकता में एकता और विरासत विश्व में सर्वश्रेष्ठ है। भारत को पुनः विश्व में सिरमौर बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों की भी है। शिक्षक विद्यार्थी के जीवन मूल्यों और समाज के लिए श्रेष्ठ नागरिक निर्माण करता है। विद्यार्थी ही विश्वगुरू एवं शक्तिशाली भारत के पुनर्निर्माण के चित्रकार हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 का अनुसरण बच्चों के "बालमेला" उत्सव में दिख रहा है। परमार ने "आजादी के अमृत महोत्सव" के परिप्रेक्ष्य में विद्यार्थियों द्वारा मध्यप्रदेश के साथ ही पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र एवं दक्षिण भारतीय राज्यों की ऐतिहासिक विरासत, परंपरागत वेशभूषा, कलाकृतियों एवं व्यंजनों का समावेश कर "बालमेला" उत्सव के अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए विद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को शुभकामनाएँ दीं।

 

परमार ने कहा कि "अच्छी शिक्षा, सस्ती शिक्षा एवं सबको शिक्षा" देना ही राज्य सरकार का लक्ष्य है। विद्यार्थियों का समग्र मूल्यांकन हो सके, इसके लिए मुख्य परीक्षा के अतिरिक्त अन्य गतिविधियों के अंकों को भी मूल्यांकन में सम्मिलित किया जायेगा। राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार मॉडल हायर सेकेंड्री स्कूल तात्या टोपे नगर, भोपाल में विद्यार्थियों के द्वारा आयोजित "बालमेला उत्सव" समारोह को संबोधित कर रहे थे। परमार ने बालमेला उत्सव" में बच्चों द्वारा निर्मित कलाकृतियों का अवलोकन किया। बाल मेला में बच्चों द्वारा लगाए गए थीम आधारित फूड स्टॉल में बच्चों द्वारा निर्मित स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद लेकर उनका उत्साहवर्धन किया। "बालमेला" उत्सव में विद्यार्थियों को 4 सदन राजा भोज सदन, स्वामी विवेकानंद सदन, अब्दुल कलाम सदन एवं सुभाष चंद्र बोस सदन में बांटा गया। विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ सदन आधारित थीम पर मध्यप्रदेश के साथ पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र एवं दक्षिण भारतीय राज्यों की सांस्कृतिक एवं पारंपरिक वेशभूषा से सुसज्जित कलाकृतियों का प्रदर्शन किया। बच्चों ने स्व-निर्मित स्वादिष्ट व्यंजनों के फूड स्टॉल भी लगाए। बच्चों ने विभिन्न पारंपरिक परिधानों के साथ नृत्य, एकांकी, नाटक जैसी अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी।

 

Kolar News 22 December 2022

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