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जीवन में उतारें वीरांगना रानी अवंती बाई के आदर्शों को
जीवन में उतारें वीरांगना रानी अवंती बाई के आदर्शों को

लोधी समाज का इतिहास समृद्ध है। इस समाज ने राष्ट्रहित में हमेशा बलिदान दिया है। वीरांगना रानी अवंती बाई ने 25 वर्ष की उम्र में अंग्रेजों से लोहा लिया था। केन्द्रीय जल शक्ति एवं खाद्य प्र-संस्करण उद्योग राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम किटूआ में वीरांगना रानी अवंती बाई के मंदिर निर्माण तथा लोधी समाज की धर्मशाला के भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज के इतिहास को पढ़ें और समझें। वीरांगना रानी अवंती बाई की प्रतिमा लगाना ही मात्र उद्देश्य नहीं है, उनके विचार और सिद्धांत को जीवन में आत्म-सात करें और माता-बहनों को सम्मान दें। केन्द्रीय राज्य मंत्री  पटेल ने कहा कि वीरांगना रानी अवंती बाई के जीवन से शिक्षा मिलती है कि बहन-बेटियों को आगे बढ़ाना चाहिए। शिक्षा का क्षेत्र हो या खेल का, बेटियों पर विश्वास करके उन्हें प्रगति पथ पर पहुँचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वही समाज प्रगति करता है जो कुरीतियों से बाहर निकल कर नई दिशा में आगे बढ़ता है। समाज के ऐसे बच्चों की मदद करें जो बिना सहयोग के पढ़-लिख नहीं पा रहे हैं। इन बच्चों को पढ़ाएँ और आगे बढ़ाएँ।

 

 

प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि लोधी समाज को मान-सम्मान, पद, प्रतिष्ठा सब कुछ मिला है। मंत्री राजपूत ने कहा कि समाज हो या देश, एकता ही वह शक्ति है, जिससे हम आगे बढ़ सकते हैं। लोधी समाज ने देश की प्रगति के लिए कई बार बलिदान दिया है और अब भी लोधी समाज लगातार आगे बढ़ रहा है। राजस्व एवं परिवहन मंत्री राजपूत ने कहा कि 40 लाख रूपये की लागत से वीरांगना रानी अवंती बाई का भव्य मंदिर तथा लोधी समाज की धर्मशाला का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी अवंती बाई की भव्य प्रतिमा लगाने के लिए 5 लाख रूपये दिये जायेंगे। प्रतिमा, गौरवपूर्ण इतिहास की याद दिलाएगी। उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी के त्याग और बलिदान की शिक्षा को आत्म-सात कर समाज को आगे बढ़ाएँ।

Kolar News 18 December 2022

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