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मां-बेटी और बहनों की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताः सीएम शिवराज
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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि माँ-बेटी और बहनों की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा अनेकों अभियान संचालित किए जा रहे हैं। महिला अपराधों के प्रति हमारा जीरो टॉलरेंस हैं। बेटियों के साथ अभद्रता करने वालों को सीधे फाँसी के फंदे पर चढ़ाने का कानून प्रदेश की विधानसभा ने देश में सबसे पहले बनाया था।

 

मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के थानों की ऊर्जा महिला डेस्क को 100 दोपहिया वाहन वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भोपाल के स्मार्ट उद्यान से ऊर्जा महिला डेस्कों की दोपहिया वाहनों की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे “असली हीरो अभियान” से समाज को जोड़ने के लिए सत्य घटनाओं पर आधारित तीन लघु वृत्त चित्रों का लोकार्पण भी किया।

 

मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश की महिलाओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमारा यह फैसला था कि पुलिस फोर्स में 30 प्रतिशत भर्तियाँ महिलाओं की होगी। यह गर्व का विषय है कि बेटियाँ पूरी क्षमता के साथ सुरक्षा के इस दायित्व को पूर्ण गंभीरता और वीरता के साथ निभा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महिला सशक्तिकरण के सशक्त पक्षधर रहे हैं। उनके द्वारा इस दिशा में अनेकों योजनाएँ संचालित की गईं है।

 

उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला थाने स्थापित किए गए हैं। महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। साथ ही ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गईं हैं। थानों में महिलाएँ बिना किसी झिझक के एफआईआर लिखवा सकें, इस उद्देश्य से महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गईं हैं। महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अपना यह दायित्व निभाया जा रहा है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अपराध से संबंधित कोई सूचना मिले तो घटना स्थल पर पहुँचने में देरी न हो, इस उद्देश्य से ही ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क को दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश में 700 थानों में ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। उनमें से 100 डेस्क को दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। शेष 600 महिला हेल्प डेस्क को दो चरणों में वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। माँ-बहन और बेटी की सुरक्षा में राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

 

मुख्यमंत्री चौहान की पहल पर महिला सुरक्षा के लिए आरंभ हुए कई नवाचारः डीजीपी सक्सेना

कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि महिला सुरक्षा मुख्यमंत्री चौहान की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री चौहान के निर्देशन और मार्गदर्शन में राज्य में कई नवाचार हुए हैं, जिनमें प्रत्येक जिले में महिला थाने की स्थापना, 700 थानों में ऊर्जा महिला डेस्क की स्थापना, पुलिस इकाइयों में झूलाघर की स्थापना, 1090 महिला हेल्प लाइन स्थापित करना, गुम नाबालिग बालक-बालिकाओं को खोजने के लिए ऑपरेशन मुस्कान तथा परेशन हेल्पिंग हेंड आरंभ करना सम्मिलित हैं। साथ ही महिला सुरक्षा के क्षेत्र में आम जनता द्वारा सराहनीय कार्य करने पर उन्हें असली हीरो के रूप में सम्मानित करना और महिलाओं के लिए प्रीलिटीगेशन ऑनलाइन हेल्प प्रारंभ की गई है। महिला सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों के कौशल उन्नयन और क्षमता संवर्धन की गतिविधियाँ भी संचालित की जा रही हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (महिला सुरक्षा) प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया।

 

सत्य घटनाओं महिला सुरक्षा पर केन्द्रित लघु फिल्मों का लोकार्पण

मुख्यमंत्री द्वारा भोपाल, सागर और विदिशा की सत्य घटनाओं पर आधारित और महिला सुरक्षा पर केन्द्रित तीन लघु वृत्त चित्र का लोकार्पण किया गया। भोपाल के असली हीरो मनोज गायकवाड़, ऑटो चालक हैं। उन्हें मंदसौर की 13 वर्षीय अकेली बालिका द्वारा दिल्ली जाने की ट्रेन के संबंध में पूछने पर संदेह हुआ। गायकवाड़ ने इसकी सूचना आईएसबीटी चौकी पर पदस्थ आरक्षक सुनील राठौर को दी। इससे बालिका को हरियाणा में नौकरी लगवाने के नाम पर तस्करी कर ले जाए जाने से बचाया जा सका।

 

दूसरी लघु फिल्म में असली हीरो सागर जिले की आपचंद निवासी श्रीबाई हैं। जिन्होंने ज्यादती के डर से भागी 22 वर्षीय महिला की संदेहास्पद स्थिति को भाँपते हुए शोर मचाया, जिससे आरोपित भाग गए। श्रीबाई ने साहस और मानवीयता का परिचय देते हुए पीड़िता को अपने घर में आश्रय दिया तथा कोटवार और सरपंच को सूचना देकर अपराध पंजीबद्ध कराया।

 

तीसरी लघु फिल्म में असली हीरो विदिशा जिले की आरती शर्मा हैं। उन्हें एक बालिका ने जब परिजन द्वारा शारीरिक रूप से परेशान करने की बात बताई तो आरती शर्मा ने पूरे परिवार का विरोध सहकर इसके खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने विदिशा जिले के महिला थाने पहुँचकर परिजन के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कराया। इस घटना के कारण आरती शर्मा को उसके पति ने भी छोड़ दिया। इसके बाद भी उन्होंने बालिका को साहस दिया और सच के लिए खड़े होने के लिए प्रेरित किया।

 

स्मार्ट उद्यान से पुलिस कंट्रोल रूम होते हुए स्टेडियम पहुँची दोपहिया वाहन रैली

मुख्यमंत्री द्वारा फ्लेग ऑफ की गई महिला दोपहिया वाहन रैली स्मार्ट पार्क से आरंभ होकर डिपो चौराहा, अटल पथ, प्लेटिनम प्लाजा, रोशनपुरा चौराहा, पुलिस कंट्रोल रूम होते हुए मोतीलाल नेहरू स्टेडियम पहुँची। वाहन रैली के स्मार्ट पार्क से रवाना होने पर पुलिस बैंड द्वारा महिला सशक्तिकरण पर केन्द्रित गीत की धुन बजाई गई।

Kolar News 8 March 2022

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