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सबसे कम कॉल ड्राप शाहपुरा में
call drop
 
भेल और एमपी नगर में 20 फीसदी से भी ज्यादा
 
अरेरा कॉलोनी, शाहपुरा और गुलमोहर में मोबाइल कंपनियों की सेवाए शहर के अन्य इलाकों के मुकाबले बेहतर है। यहां काल ड्राप तीन प्रतिशत तक है। हालांकि यह भी दो फीसदी के मानक से ज्यादा है। वहीं, भेल और एमपी नगर इलाके में कंपनियों का नेटवर्क सबसे खराब है। यहां 10 प्रतिशत से ज्यादा काल ड्राप और आवाज की गुणवत्ता महज 85 प्रतिशत तक है।दूरसंचार कंपनियों की नियामक संस्था टेलीकॉम रेगुलेरिटी अथोरिटी ऑफ इंडिया(ट्राई) के पहली बार हुए ड्राइव टेस्ट सर्वे में यह बात सामने आई है। इस रिपोर्ट के तहत हबीबगंज और होशंगाबाद रोड के आसपास के क्षेत्रों कॉल के दौरान संपर्क कटने समस्या सबसे ज्यादा मिली है।
 
ट्राई ने इस टेस्ट के लिए बाहरी एजेंसी के सर्वेयरों के जरिए 3 से5 पूरे शहर में 340 किमी की यात्रा कर 4449 कॉल किए थे। हाल ही में ट्राई ने इसकी रिपोर्ट जारी की। इसमें बीएसएनएनल, आईडिया, एयरटेल, डोकोमो, वोडाफोन, वीडियोकोन , वोडाफोन और रिलायंस की 2जी एवं 3 जी में पांच सेवाओं की गुणवत्ता परखी गई। सर्वे के लिए भानपुर, भेल, भोपाल एयरपोर्ट, गोविंदपुरा, हबीबगंज, ईदगाह हिल्स, एमपीनगर, मैनिट से वनविहार रोड, पीरगेट, शाहजहांनाबाद, शाहपुरा, बड़ा तालाब और यूनिवर्सिटी एरिया(होशंगाबाद रोड) को शामिल किया गया था।
 
आरएक्स क्वालिटी - कॉल रिसीविंग के दौरान आवाज की गुणवत्ता -95 प्रतिशत से ज्यादा, मोबिलिटी एचओएसआर - दो टॉवर्स के बीच कॉल कनेक्टिविटी - 95फीसदी से ज्यादा, सीएसएसआर - कितनी बार सफलतापूर्वक बात हुई - 95 फीसदी से ज्यादा,ब्लॉक्ड कॉल - बात करते वक्त आवाज गायब होना। - 3 फीसदी से कम,कॉल ड्राप - बात करते वक्त फोन कटना। - 2 फीसदी से कम। 
 
जानिए आपकी मोबाइल कंपनी आपके क्षेत्र में कैसी सेवाएं देती है
सबसे ज्यादा कॉल ड्रॉप : बीएसएनएनल - होशंगाबाद क्षेत्र में 13.16 प्रतिशत कॉल ड्राप हैं। इसी क्षेत्र में आरएक्स क्वालिटी मानक से 12.6 फीसदी कम यानी 82.4 फीसदी है। भेल क्षेत्र में कॉल ड्राप रेट 12 फीसदी और गोविंदपुरा में सबसे ज्यादा 24.14 फीसदी कॉल ड्राप की समस्या है। हबीबगंज में 22 फीसदी कॉल ड्राप तो शाहपुरा में 6.5 फसदी और सबसे कम एमपी नगर में 5.8 फीसदी है।
रिसीविंग के दौरान आवाज की गुणवत्ता 14 फीसदी तक कम : (आईडिया ) -होशंगाबाद क्षेत्र में सबसे ज्यादा कॉल ड्राप 21 फीसदी है। यहां आवाज की गुणवत्ता निर्धारित मानक से 14 फीसदी कम है। भेल क्षेत्र में कॉल ड्रॉप रेट 15.15 और आवाज की गुणवत्ता भी महज 82 फीसदी है। हबीबगंज में कॉल ड्राप 9 प्रतिशत और एमपी नगर में 6 प्रतिशत है।
एमपी नगर में बात करते वक्त कट जाती है आवाजः एयरटेल - सबसे बेहतर सेवाएं एयरटेल की है। इसलिए सिर्फ एमपी नगर में मानक से ज्यादा 3.23 फीसदी कॉल बीच में ही ड्राप हो जाते हैं। यहां 3.13 फीसदी कॉल में बात करते-करते आवाज गायब हो जाती है। भेल क्षेत्र में आवाज की गुणवत्ता 89 फीसदी है। गोविंदपुरा में यही 81 फीसदी है।
एक टॉवर से दूसरे टॉवर जाने पर बातचीत में होती है परेशानी : डोकोमो-
शाहजहांनाबाद क्षेत्र में हैंडओवर सक्सेज रेट(एक टावर से दूसरे टावर में जाने पर कॉल जारी रहने)केवल 56.25 प्रतिशत है। यानी यहां यदि कार में बात करते हुए जाएंगे तो 44 फीसदी संभावना होगी कि बातचीत न हो पाए। भेल, होशंगाबाद रोड एवं एमपीनगर इलाके में 9, 7 और में 6 फीसदी तक कॉल ड्राप होती है। गोविंदपुरा में ब्लाक्ड काल रेट की दर 5.88 फीसदी।
सिर्फ शाहजहांनाबाद में ज्यादा कालड्राप : वोडाफोन - सिर्फ शाहजहांनाबाद क्षेत्र में कॉल ड्राप की दर 12.5 ़प्रतिशत है। भेल और गोविंदपुरा इलाके में 5.56 फीसदी कॉल्स में कनेक्टिविटी के बाद संपर्क कट जाता है। होशंगाबाद रोड इलाके में एक टावर से दूसरे टावर में आने पर 91 प्रतिशत कॉल में अच्छे से बातचीत होती है।
स्पष्ट आवाज न आने की बड़ी समस्या : रिलायंस -शाहजहांनाबाद क्षेत्र में आरएक्स क्वालिटी(आवाज की गुणवत्ता) केवल 78 प्रतिशत। हबीबगंज और भेल में 23 और 10 फीसदी कॉल ड्राप होते हैं। होशंगाबाद रोड में एक टावर से दूसरे में जाने पर संपर्क कटने की परेशानी। यहां हैंडओवर सक्सेस रेट केवल 87 प्रतिशत।
टॉवर नेटवर्क का मैनेजमेंट की कमी
आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर डॉ गिरीश कुमार के मुताबिक तय मानकों पर सेवाएं मुहैया न कराने की वजह टावरों पर क्षमता से ज्यादा लोड होना है। टावरों पर लगे ट्रांसपोंडर्स की संख्या और क्षमता में इजाफा करना चाहिए। भेल इलाके में टॉवरों के लिए जगह न होना और अन्य क्षेत्रों में अवैध टावरों को हटाने का भी असर मोबाइल सेवाओं पर हुआ है।
बीएसएनएल वरिष्ठ महाप्रबंधक महेश शुक्ला के हमारी सेवाओं में कमी नहीं हैं। ट्राई की रिपोर्ट मंगवाई है। इसमें जो भी कमियां बताई गईं हैं उन्हे दूर किया जाएगा। शहर में कुल 450 टावर हैं। कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए 100 टावर और लगाए जाएंगे।
Kolar News 15 June 2016

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