अफसर मेहरबान ,कब्जेधारी पहलवान
कोलार अवैध कब्जों का अड्डा बना
कोलार में राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों की शह पर बेशकीमती जमीन पर जहां-तहां झुग्गियों का निर्माण करने के अलावा दीवारें तानकर अतिक्रमण किया जा रहा है। इन अतिक्रामकों को रोकने के बजाय अफसर उन्हें प्रश्रय दे रहे हैं। कोलार का दशहरा मैदान इसका ताजा उदाहरण है, जहां पिछले माह लगी आग में 50 झुग्गियां खाक हो गईं थी अब वहां 100 से ज्यादा झुग्गियां और मकान बन गए हैं।
लगातार अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतों को लेकर एक सप्ताह पहले एडीएम रत्नाकर झा ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि वे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाएं। साथ ही सूची तैयार करें, ताकि सरकारी जमीनों पर जमा अतिक्रमणों को हटाया जा सके। हुजूर एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से फिर कोलार दशहरा मैदान की सरकारी जमीन पर दर्जनों झुग्गियां तन गर्इं। प्रशासन के सामने यहां पर झुग्गियां बनती गई, लेकिन उन्हें रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की।
डेढ़ साल पहले निगम चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के कहने पर कोलार दशहरा मैदान में स्टेडियम बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यहां पर दौरा कर एसडीएम माया अवस्थी को झुग्गियां शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब तक यहां पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कोलार दशहरा मैदान के किनारे बनी अवैध झुग्गियां में तीन साल से एक ही स्थान पर आग लग रही है। यहां 40-50 झुग्गियों में आग लगती है और इसके बाद नई 100 झुग्गियां बन जाती हैं। तीन साल में इस स्थान पर 300 से अधिक झुग्गियां अवैध बन गई। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।