Video

Advertisement


मध्य प्रदेश का 54वां जिला बनेगा नागदा मुख्यमंत्री ने की घोषणा

भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा की शिवराज सरकार चुनावी साल में हर किसी की मुराद पूरी करती दिख रही है। इसी तारतम्य में गुरुवार को उज्जैन जिले के नागदा को जिला बनाने की घोषणा कर दी गई। मुख्यमंत्री नागदा में विकास पर्व में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने 261 करोड़ 14 लाख रुपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन/लोकार्पण किया। इनमें 92 करोड़ 15 लाख रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और 168 करोड़ 42 लाख रुपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन शामिल है। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया।

 

 

मुख्यमंत्री चौहान ने इस दौरान विशाल जन-समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि मालवा सहित प्रदेश के हर क्षेत्र का तेज गति से विकास किया जा रहा है। निरंतर जन-कल्याण के कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में सड़क, बिजली, पानी, सिंचाई जैसी बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया है। विकास पर्व में प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में विकास कार्यों का लोकार्पण/शिलान्यास किया जा रहा है।

उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि नागदा क्षेत्र की बहु-प्रतीक्षित मांग पूरी करते हुए इसे जिला बनाया जाएगा। इसके लिये तत्परता से कार्यवाही होगी। उज्जैन जिले की जो तहसीलें नागदा में स्वेच्छा से मिलना चाहें, उन्हें ही नागदा में सम्मिलित किया जाएगा। उन्हेल को तहसील बनाया जाएगा और यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खोला जाएगा।

 

 

 

विकास पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान नागदा पहुंचते ही यहां रोड शो के जरिए जनता से सीधे मिले। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज मुक्तेश्वर महादेव परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने आमसभा को संबोधित किया और नागदा को मध्य प्रदेश का नया जिला और उन्हेल को तहसील बनाने की घोषणा कर दी। जिसके बाद से नागदा के गांव-गांव तक में खुशी की लहर है।

 

 

 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज नागदा की सड़कों पर नागदा की जनता ने अभूतपूर्व स्वागत किया है। नागदावासियों की भावनाओं के अनुरूप हम फैसला कर रहे हैं कि नागदा को जिला बनाया जाएगा। नया जिला बनने से यहां की जनता को कई सुविधाएं मिलेंगी। लोगों को छोटे-बड़े काम के लिए हर बार उज्जैन आने की जरूरत नहीं रहेगी।

 

 

 

उन्होंने कहा, मैं मुख्यमंत्री नहीं, आपके परिवार का सदस्य हूं। मैं बहनों का भाई, बच्चों का मामा और बुजुर्गों का बेटा हूं। साल 2003 से पहले मध्यप्रदेश में सड़कों की बजाय खेतों में गाड़ियां चलती थीं और बिजली का यह हाल था कि रात-रात भर लोग जागने और बाहर टहलने को मजबूर होते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। हम लगातार मध्य प्रदेश को विकसित मप्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

 

मुख्यमंत्री ने कहा, जो बच्चे पढ़ने के लिए दूसरे गांव जाते हैं, उन्हें पैदल नहीं जाने दूंगा, साइकिल के लिए राशि 4,500 सीधे उनके खाते में डालूंगा। मेरे भांजे-भांजियों आपकी मेहनत से आपका एडमिशन मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईटी, आईआईएम जैसे कॉलेजों में होता है तो फीस आपके माता-पिता नहीं, प्रदेश सरकार भरवाएगी। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज ने किसानों को पर्याप्त जल उपलब्ध कराने को लेकर कहा कि हम नर्मदा मैया का पानी क्षिप्रा में लेकर आए। अब गंभीर, पार्वती और कालीसिंध नदियों में भी नर्मदा जी का पानी लाया जाएगा। उज्जैन जिले के किसानों के खेतों तक सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी पहुंचाया जाएगा।

Kolar News 20 July 2023

Comments

Be First To Comment....

Page Views

  • Last day : 8796
  • Last 7 days : 47106
  • Last 30 days : 63782
x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2024 Kolar News.