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जीवित होने का प्रमाण लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है

आपने चला मुसद्दी ऑफिस-ऑफिस वाली फिल्म तो आपने देखी ही होगी।एक ऐसा ही मामला सामने आया है सागर से जहां रहली में एक किसान को सरकारी महकमे ने मृत घोषित कर दिया। ऐसे में अब किसान अपने जीवित होने का प्रमाण लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है। मामला रहली जनपद के ग्राम खेजरा बरखेरा गांव का है। जहां किसान को शुरुआत में किसान सम्मान निधि स्वीकृत की गई। लेकिन पिछले साल से अचानक उसकी सम्मान निधि यह बताते हुए बंद कर दी गई कि उनकी मौत हो चुकी है। इस कारण राशि नहीं दी जा रही है। जब किसान पटवारी और बैंक के पास पहुंचा तो वहां रिकॉर्ड में किसान को मृत बताया गया। जिसके बाद से किसान अपने जिंदा होने के प्रमाण लेकर भटक रहा है। लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है।जानकारी के अनुसार ग्राम खेजरा बरखेरा के रजवांस मौजे में किसान राजू पुत्र गोपी पटेल की करीब 1 एकड़ जमीन है। शासन से राजू को एक साल में तीन बार दो-दो हजार रुपए की राशि मिलती थी। वर्ष 2019 से 2021 तक किसान राजू पटेल के खाते में किसान सम्मान निधि की करीब 10 किस्तें आई। लेकिन 2022 में किस्त आना अचानक बंद हो गई। जिसके बाद राजू ने पटवारी से सम्मान निधि नहीं आने की शिकायत की। तब किसान को पता चला कि उसे रिकॉर्ड में मृत घोषित कर दिया गया है। जिसके बाद से किसान राजू अपने जिंदा होने के प्रमाण लेकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है।

Kolar News 30 June 2023

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