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ग्वालियर। सनातन धर्म में नवरात्रि पर्व का बड़ा महत्व है। आषाढ़ मास में गुप्त नवरात्रि की शुरुआत सोमवार, 19 जून से हो रही है जबकि इसका समापन 27 जून को तथा विसर्जन 28 जून को होगा। इस दौरान नौ दिन भक्तों द्वारा श्रद्धाभाव से माता जगदम्बा की पूजा-अर्चना और आराधना की जाएगी।
बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉ. सतीश सोनी ने रविवार को बताया कि नवरात्रि का पर्व एक साल में चार बार मनाया जाता है। हालांकि, इनमें चैत्र और शरद के समय आने वाली नवरात्रि को व्यापक रूप से मनाया जाता है। इस अवसर पर कई हिस्सों में मेले और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। शेष दो गुप्त नवरात्रि होते हैं। इनमें माघ गुप्त नवरात्रि, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि साधक तंत्र साधना के लिए गुप्त रूप से मनाते हैं।
उन्होंने बताया कि आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि की शुरुआत सोमवार से हो रही है। गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा-अर्चना की जाती है, इसलिए साधकों के लिए गुप्त नवरात्रि बेहद खास होती है। इस बार की आषाढ़ गुप्त नवरात्रि बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि इस बार माता रानी हाथी पर सवार होकर आ रही हैं। वहीं इनका प्रस्थान भी हाथी पर ही होगा। घट स्थापना का शुभ मुहूर्त सोमवार सुबह 5.23 से 7.27 तक रहेगा तथा अभिजीत मुहूर्त सुबह 11.55 से 12.50 तक होगा।
इन 10 महाविद्याओं की होगी पूजा
- मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां काली, माता तारा, माता त्रिपुरा, भैरवी मातंगी, माता मां कमला, मां त्रिपुरा सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, मांछिन्नमस्तिका।
माता के आगमन और प्रस्थान के वाहन का प्रभाव
माता का हाथी पर आना और प्रस्थान करना शुभ माना जा रहा है। हाथी की सवारी होने से ज्यादा और अच्छी बरसात होने के संकेत मिल रहे हैं। अच्छी पैदावार के साथ सुख समृद्धि के संकेत भी बन रहे हैं।
गुप्त नवरात्रि पर बन रहे हैं अद्भुत शुभ संयोग
डॉ. सोनी ने बताया कि गुप्त नवरात्रों के दिनों में अमृत सिद्धि योग, रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, त्रिपुष्कर योग के शुभ संयोग बन रहे हैं। इन शुभ योगों में ज्वेलरी, वाहन, भूमि, प्रॉपर्टी आदि की खरीदारी करना शुभ रहेगा। हिंदू पंचांग के अनुसार 19 जून को वृद्धि योग, 20 को त्रिपुष्कर योग, 21 जून को राजयोग, 22 जून को रवि योग, 23 जून को कुमार योग, 24 जून को रवि योग, 25 जून को रवि योग, राजयोग, त्रिपुष्कर योग, सर्वार्थ सिद्धि योग तथा 27 को रवि योग के साथ भड़ली नवमी अबूझ मुहूर्त रहेगा।
Kolar News
18 June 2023
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