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महू में युवती की संदिग्ध मौत के मामले में विधानसभा में हंगामा
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भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के 9वें दिन गुरुवार को महू में युवकी की संदिग्ध मौत के मामले में जमकर हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने महू में आदिवासी युवती की मौत का मामला उठाया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि घटना पूरे मध्यप्रदेश के लिए बड़ा कलंक है। मामले में मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।

 

 

 

दरअसल, मंडलेश्वर थाना अंतर्गत गांव वासली कुंडलिया निवासी 22 वर्षीय युवती धार जिले के धामनोद में छह माह से किराये के कमरे में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। बुधवार को उसकी गवली पलासिया में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। इस दौरान युवक यदुनंदन पाटीदार भी साथ में था। पुलिस को सूचना मिली कि युवती की करंट लगने से मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जानकारी मंडलेश्वर में रह रहे उसके परिजनों को दी। इसके बाद परिजन समाज के लोगों के साथ अस्पताल पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद समाजजनों ने रात करीब 7:45 बजे शव के साथ डोंगरगांव चौकी का घेराव कर दिया। साथ ही रास्ता जाम कर दिया।

 

 

डोंगरगांव पुलिस चौकी पर बुधवार रात पुलिस और आदिवासी समाजजन आमने-सामने हो गए। बवाल बढ़ता देख पुलिस ने लाठी चार्ज, 20 से अधिक अश्रुगैस के गोले छोड़े और लगातार हवाई फायर किए। फायरिंग में गोली लगने से 18 वर्षीय भेरूलाल की मौत हो गई। घटना में कुल 20 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, इसमें टीआई ज्यादा घायल है। गोली से मृत युवक भेरूलाल का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। मामले में कलेक्टर ने इंदौर ग्रामीण क्षेत्र में धारा 144 लगा दी।

 

 

इंदौर कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने महू सब डिविज़न क्षेत्र में फायरिंग में युवक भेरुलाल की मौत की घटना पर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अजयदेव शर्मा को जांचकर्ता अधिकारी नियुक्त किया गया है। कलेक्टर ने इस घटना को दुखद बताते कहा है कि मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर हर संभव मदद की जा रही है। राजस्व पुस्तक परिपत्र के तहत चार लाख रुपये एवं रेडक्रास की ओर से दो लाख रुपये की आर्थिक मदद से प्रभावित परिवार को दी जा रही है।

 

 

महू की घटना को लेकर गुरुवार को विधानसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस ने सदन में इस मुद्दे पर फिर से बहस छेड़ दी। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब देते हुए कहा कि शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि युवती की मौत करंट से हुई है। पुलिस ने भीड़ से बचने के लिए फायरिंग की। इसमें युवक की जान चली गई। मृतक के परिवार को चार लाख रुपये दिए गए हैं।

इस पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि पुलिस को कमर के नीचे गोली चलाने के निर्देश होते हैं, उसके सीने पर गोली मारी गई। पूर्व मंत्री और महेश्वर से विधायक विजयलक्ष्मी साधो ने कहा कि एफआईआर में तीन घंटे का गैप है। लाठीचार्ज कर सकते थे, सीधे गोली मार दी। गहमागहमी और हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक सदन के गर्भगृह में पहुंच गए। नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। संवेदनशील मुद्दे पर कांग्रेस को राजनीति नहीं करना चाहिए।

 

 

मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने आदिवासी विधायकों का दल घटनास्थल पर जांच के लिए भेजा है। दल में कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पांचीलाल मेड़ा इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी ओर संतोष गौतम है। ये दल घटना की सच्चाई पता करेगा और पीड़ित लोगों से बातचीत करेगा। दल अपनी रिपोर्ट कमलनाथ को सौंपेगा, इसके बाद कांग्रेस अपनी आगामी रणनीति तय करेगी। कांग्रेस की यह जांच कमेटी मृतक युवती के परिवार के भी बयान लेगी।

 

कमल नाथ ने ट्वीट किया कि इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है। मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूं, व्यथित हूं और दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूं। मैंने घटना की जाँच के लिये वरिष्ठ आदिवासी विधायकों का एक जाँच दल भी गठित किया है, जो घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है। आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्य प्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है। अब इस भाजपा सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है। पुलिस ने करीब आधा किलोमीटर दूर गवली पलासिया की ओर भीड़ को खदेड़ा, जहां पर भीड़ ने गांव की दुकानों में भी तोड़फोड़ कर दी। भीड़ नियंत्रित नहीं होने से पुलिस ने हवाई फायर भी शुरू किया।

 

घेराव के दौरान युवती के पिता पाचीलाल डावर ने कहा कि बेटी धामनोद में पढ़ाई कर रही थी। वह गवली पलासिया कैसे पहुंची, इसकी जानकारी नहीं है। युवक ने बेटी का अपहरण कर हत्या की है। बताया जा रहा है कि युवती तीन माह से युवक के साथ रह रही थी। युवक ने आसपास के लोगों और अस्पताल में पत्नी बताया था।

 

मामले में एडिशनल एसपी ग्रामीण शशिकांत कनकने ने कहा कि सूचना मिली थी कि युवती की मौत हो गई है। इसके बाद पुलिस पहुंची। आरोपित युवक पर 302 के तहत प्रकरण भी दर्ज किया है। इसी बीच पथराव शुरू हुआ। इसके बाद लाठी चार्ज करना पड़ा। कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, इसलिए हवाई फायर करना पड़ा।

Kolar News 16 March 2023

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